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    Video: सामने बैठे थरूर की BJP सांसद ने की तारीफ, तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठी लोकसभा

    Updated: Mon, 28 Jul 2025 07:35 PM (IST)

    आज लोकसभा में पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमित शाह के जवाबों के बाद बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा ने विपक्ष पर हमला बोला और शशि थरूर की तारीफ की। पांडा ने कहा कि भारत ने शांति का हाथ बढ़ाया पर पाकिस्तान ने खून बहाया। उन्होंने कांग्रेस पर राष्ट्रीय हितों के सरेंडर का आरोप भी लगाया।

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    लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर बहस बैजयंत पांडा ने शशि थरूर की तारीफ की, विपक्ष पर साधा निशाना

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आज लोकसभा में पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा हो रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमित शाह के करारे जवाबों के बाद ओडिशा के केंद्रपाड़ा से बीजेपी के सांसद बैजयंत पांडा ने भी विपक्ष पर जमकर हमला बोला और कांग्रेस के बड़े नेता शशि थरूर की जमकर तारीफ की।

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    सांसद बैजयंत पांडा ने कहा कि भारत ने हर बार शांति का हाथ बढ़ाया और पाकिस्तान ने हर बार खून बहाया। ऑपरेशन सिंदूर रिएक्शन नहीं, मोदी डॉक्ट्रिन है। ये हमारी नीति में बदलाव का न्यू नॉर्मल है।

    थरूर की जमकर तारीफ

    भाजपा सांसद बैजयंत पांडा ने कहा, 'अगर आप (कांग्रेस) खुली छूट देते। तो आपके कई नेता बहुत अच्छा बोलते हैं। मेरे दोस्त शशि थरूर बहुत अच्छा बोलते हैं, लेकिन उनका नेतृत्व उन्हें पार्टी की तरफ से बोलने की इजाजत नहीं देता। मुझे बहुत अच्छा लगा कि उन्हें देश के हित में बोलने से कोई नहीं रोक सका..."

    गोगोई के बयान पर भी पलटवार

    उन्होंने गौरव गोगोई के सरेंडर वाले बयान पर भी पलटवार किया। उन्होंने पीओके से लेकर संयुक्त सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के प्रस्ताव और अक्साई चिन तक, कांग्रेस की सरकार के समय के घटनाक्रमों का उल्लेख करते हुए कहा कि कांग्रेस ने कई बार राष्ट्रीय हितों का सरेंडर किया।

    अमित शाह ने विपक्ष को घेरा

    सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मुझे इस बात पर आपत्ति है कि उन्हें (विपक्ष को) एक भारतीय विदेश मंत्री पर भरोसा नहीं है बल्कि किसी और देश पर भरोसा है। मैं उनकी पार्टी में विदेशी का महत्व समझ सकता हूं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उनकी पार्टी की सभी बातें यहां सदन में थोपी जाएं। यही कारण है कि वे वहां (विपक्षी बेंचों पर) बैठे हैं और अगले 20 वर्षों तक वहीं बैठेने वाले हैं।

    जयशंकर की विपक्ष को खरी-खरी

    सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि 22 अप्रैल से 17 जून तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कोई बातचीत नहीं हुई। हमारी कूटनीति का केंद्र बिंदु संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद था। सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की थी।

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