'उनके सपनों का अपमान कर रहे हैं चिदंबरम जिन्होंने...', CAA को लेकर कांग्रेस के बयान पर अमित शाह का पलटवार
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ( P Chidambaram on CAA ) द्वारा रविवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम ( CAA ) को निरस्त करने वाले बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। शाह ने कहा कि पी.चिदंबरम इन कानूनों को खत्म करने की बात करके देश की आजादी के उन निर्माताओं के सपनों का अपमान कर रहे हैं जिन्होंने इन कानूनों की वकालत की थी।
एएनआई, नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम द्वारा रविवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को निरस्त करने वाले बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। शाह ने कहा कि पी.चिदंबरम इन कानूनों को खत्म करने की बात करके देश की आजादी के उन निर्माताओं के सपनों का अपमान कर रहे हैं जिन्होंने इन कानूनों की वकालत की थी।
'न तो कांग्रेस कभी सत्ता में आएगी और न ही
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 'न तो कांग्रेस कभी सत्ता में आएगी और न ही जन कल्याण के लिए बनाए गए पांच कानून कभी रद्द होंगे। कांग्रेस नेता उन कानूनों को खत्म करने की बात कर रहे हैं जो देश के आम लोगों को सशक्त बनाते हैं और उनके अधिकारों की रक्षा करते हैं। तुष्टिकरण की राजनीति में अंधी हो चुकी कांग्रेस पहले चरण में अपनी करारी हार देखकर बौखला गई है।'
चिदंबरम का वो वादा
दरअसल, रविवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चिदंबरम ने वादा किया कि विपक्षी I.N.D.I गठबंधन के केंद्र में सत्तारूढ़ होने पर संसद के पहले सत्र में ही नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को निरस्त कर दिया जाएगा। चिदंबरम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का इरादा सीएए को रद्द करने का है, भले ही उसके घोषणा पत्र में इसका उल्लेख नहीं किया गया हो।
चिदंबरम के बयान पर अमित शाह का पलटवार
चिदंबरम के इस बयान पर अमित शाह ने कहा कि 'पीएम मोदी के नेतृत्व में सीएए के माध्यम से, भाजपा सरकार की प्राथमिकता पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से प्रताड़ित हिंदू, बौद्ध, जैन, ईसाई, सिख और पारसी समुदायों को भारतीय नागरिकता प्रदान करना और उनके अधिकारों को सुरक्षित करना है। यह कानून संविधान के मूलभूत सिद्धांतों का प्रतिनिधित्व करता है।
कांग्रेस केवल तुष्टीकरण की राजनीति करती है
अमित शाह ने आगे कहा कि 'पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने 150 साल पुराने कानून खत्म कर भारत के इतिहास में पहली बार कानूनी व्यवस्था में भारतीयता का गुणगान किया है, लेकिन कांग्रेस अभी भी ऐसा नहीं करना चाहती। अपनी गुलामी की मानसिकता को त्यागें। इसलिए देश की माटी में महक रहे इन कानूनों पर ये लोग आपत्ति जता रहे हैं, जबकि देश की न्याय व्यवस्था खुले दिल से इसकी प्रशंसा कर रही है।
कांग्रेस केवल तुष्टीकरण की राजनीति करती है और दीवारों पर अपने लिए लिखी करारी हार को पढ़ने के बाद कांग्रेस के नेता बौखला गए हैं। इसलिए वे फिर से अपनी तुष्टिकरण की नीति पर काम कर रहे हैं।'
पहले चरण के मतदान पर क्या बोले शाह?
शाह ने कहा कि 'पहले चरण के मतदान के बाद कांग्रेस को साफ समझ में आ गया कि देश की जनता एक बार फिर प्रचंड बहुमत के साथ कमल खिलाने के लिए प्रतिबद्ध है, इसलिए अब कांग्रेस आखिरी कोशिश कर रही है। देश की जनता कांग्रेस पार्टी की हकीकत भलीभांति जानती है। देश की जनता कांग्रेस को 2014 और 2019 की तरह और उससे भी अधिक ताकत से सबक सिखाने जा रही है।
देश की जनता ने पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी को प्रचंड बहुमत के साथ 400 से ज्यादा सीटों पर जीत दिलाने का मन बना लिया है। देश एक बार फिर मोदी सरकार बनाने की ओर अग्रसर है और जनता विकसित भारत के निर्माण के लिए भाजपा के पक्ष में मतदान कर रही है।'
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