असम विधानसभा में स्वास्थ्य मंत्री के बयान पर हंगामा, एआईयूडीएफ के सभी विधायक निलंबित
असम विधानसभा से मंगलवार को विपक्षी एआईयूडीएफ के सभी विधायकों को 10 मिनट के लिए निलंबित कर दिया गया। इसके साथ ही कई अन्य सदस्यों को भी विभिन्न मुद्दों पर अलग-अलग अवधि के लिए निलंबित किया गया। इस दौरान विभिन्न मुद्दों पर सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित भी हुई। विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने की मांग पर अड़ने पर यह एक्शन लिया गया।
पीटीआई, गुवाहाटी। असम विधानसभा से मंगलवार को विपक्षी एआईयूडीएफ के सभी विधायकों को 10 मिनट के लिए निलंबित कर दिया गया। इसके साथ ही कई अन्य सदस्यों को भी विभिन्न मुद्दों पर अलग-अलग अवधि के लिए निलंबित किया गया। इस दौरान विभिन्न मुद्दों पर सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित भी हुई।
विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पर अड़े एआईयूडीएफ विधायक
स्वास्थ्य मंत्री अशोक सिंघल द्वारा बंगाली भाषी मुसलमानों के खिलाफ की गई कथित टिप्पणी के लिए उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने की मांग पर अड़े रहने पर उपसभापति नुमाल मोमिन ने एआईयूडीएफ के सभी सदस्यों को निलंबित कर दिया।
सदन की कार्यवाही अध्यक्ष विश्वजीत दैमारी द्वारा 20 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई, क्योंकि एआईयूडीएफ सदस्यों ने दैमारी द्वारा प्रस्ताव को अस्वीकार करने के बाद भी इसे पारित करने की मांग करते हुए हंगामा किया।
अखिल गोगोई भी निलंबित
बाद में निर्दलीय विधायक अखिल गोगोई को पूरे दिन के लिए निलंबित कर दिया, क्योंकि उन्होंने अपने द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव को वापस लेने के अध्यक्ष के फैसले को स्वीकार करने से इन्कार कर दिया और मामले पर मतदान की मांग जारी रखी। इससे पहले दिन में विधानसभा अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी ने गोगोई को प्रश्नकाल के दौरान सदन से बाहर जाने को कहा था।
उन्होंने कहा था कि निर्दलीय विधायक जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन न होने का आरोप लगाते हुए कार्यवाही में बाधा डाल रहे हैं। इसके साथ ही दैमारी ने एआइयूडीएफ विधायक अशरफुल हुसैन और कांग्रेस विधायक अबुल कलाम रशीद आलम को भी प्रश्नकाल के दौरान निलंबित कर दिया था।
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