Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    देश की इन 10 सड़कों पर हाइड्रोजन से दौड़ेंगे बस और ट्रक, 5 पायलट परियोजनाओं को मिली मंजूरी

    देश की 10 सड़कों पर हाइड्रोजन से बस और ट्रक दौड़ेंगे। केंद्र सरकार ने पांच पायलट प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। इस प्रोजेक्ट में सरकार 208 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता भी देगी। इन पायलट परियोजनाओं के अगले 18-24 महीनों में चालू होने की संभावना है। केंद्र सरकार ने 4 जनवरी 2023 को नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को शुरू किया था।

    By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Tue, 04 Mar 2025 08:46 PM (IST)
    Hero Image
    10 मार्गों पर शुरू होंगे पांच पायलट प्रोजेक्ट। (सांकेतिक फोटो)

    आईएएनएस, नई दिल्ली। देश में जल्द ही हाइड्रोजन से बसों, ट्रकों को चलाने की तैयारी है। प्रदूषण को नियंत्रित करने और नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को बढ़ावा देते हुए सरकार ने हाइड्रोजन गैस से बसों, ट्रकों को चलाने के लिए पांच पायलट परियोजनाएं शुरू की हैं। ये वाहन ग्रेटर नोएडा-दिल्ली-आगरा, साहिबाबाद-फरीदाबाद-दिल्ली समेत 10 अलग-अलग मार्गों पर चलेंगे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    208 करोड़ की वित्तीय सहायता दी जाएगी

    नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने ट्रांसपोर्ट सेक्टर में हाइड्रोजन परियोजनाओं को लागू करने के लिए दिशानिर्देश जारी किए थे। विस्तृत जांच के बाद मंत्रालय ने 37 वाहनों (बसों और ट्रकों) और नौ हाइड्रोजन ईंधन भरने वाले स्टेशनों वाली पांच पायलट परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इन परियोजनाओं के लिए सरकार की ओर से लगभग 208 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी।

    इन कंपनियों को सौंपा गया काम

    इन पायलट परियोजनाओं के अगले 18-24 महीनों में चालू होने की संभावना है। ट्रायल के लिए जिन वाहनों को चुना जाएगा, उनमें 15 हाइड्रोजन ईंधन सेल बेस्ड वाहन और 22 हाइड्रोजन इंटरनल कम्बशन इंजन आधारित वाहन शामिल हैं। इन परियोजनाओं का काम टाटा मोटर्स लिमिटेड, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, एनटीपीसी, एएनईआरटी, अशोक लीलैंड, एचपीसीएल, बीपीसीएल और आइओसीएल जैसी प्रमुख कंपनियों को दिया गया है।

    2023 में शुरू हुआ ग्रीन हाइड्रोजन मिशन

    मंत्रालय के अनुसार, योजना का उद्देश्य बस और ट्रक में ईंधन के रूप में हाइड्रोजन के उपयोग के लिए किफायती तकनीक का विकास करना है। साथ ही हाइड्रोजन रिफ्यूलिंग स्टेशन जैसे इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देना है। नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन मिशन चार जनवरी, 2023 को शुरू किया गया था। इसके तहत ग्रीन हाइड्रोजन संबंधित परियोजनाओं पर वित्त वर्ष 2029-30 तक 19,744 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

    इन मार्गों पर चलेंगे हाइड्रोजन वाहन

    • ग्रेटर नोएडा-दिल्ली-आगरा
    • साहिबाबाद-फरीदाबाद-दिल्ली
    • जमशेदपुर-कलिंग नगर
    • भुवनेश्वर-कोणार्क-पुरी
    • अहमदाबाद-वडोदरा-सूरत
    • पुणे-मुंबई
    • तिरुअनंतपुरम-कोच्चि
    • कोच्चि-एडापल्ली
    • जामनगर-अहमदाबाद
    • एनएच-16 विशाखापत्तनम-बय्यावरम

    यह भी पढ़ें: कब तक तैयार हो जाएगा भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन? ISRO अध्यक्ष डॉ. वी नारायणन ने कर दिया खुलासा

    यह भी पढ़ें: सांसद चंद्रशेखर पर ओडिशा में जानलेवा हमला, ABVP पर लगा आरोप; एक्स पर लिखा- मैं डरूंगा नहीं...