'इनको ही सीएम बना दो, हम तो यहां...', बाढ़ पीड़ितों से मिलने पहुंचे अजीत पवार किसानों पर क्यों भड़के?
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार एक बार फिर विवादों में हैं। हाल ही में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे के दौरान उन्होंने किसानों से बातचीत करते हुए कर्जमाफी के सवाल पर गुस्सा व्यक्त किया और कहा कि क्या वे यहां कंचे खेलने आए हैं? उनके इस बयान के बाद विपक्ष ने उन पर अहंकार का आरोप लगाया है। संजय राउत ने इसे अजीत पवार का अहंकार बताया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार का विवाद से पुराना नाता रहा है। एक बार फिर उनके नाम एक विवाद जुड़ गया है। सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो वायरल रहा है, जिसके बाद एक राजनीतिक विवाद छिड़ गया है।
दरअसल, हाल के दिनों में ही डिप्टी सीएम अजीत पवार महाराष्ट्र के बाढ़ प्रभावित जिलों में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने किसानों से उनके नुकसान के बारे में बात की। इस दौराम किसानों से बात करते हुए उन्होंने कुछ ऐसा कहा कि अब विपक्ष को मुद्दा मिल गया।
डिप्टी सीएम ने ऐसा क्या कहा, जिससे बरपा हंगामा?
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार मराठवाड़ा क्षेत्र में बाढ़ से प्रभावित किसानों से मिलने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान एक किसान ने उनसे सवाल किया। जिसपर वह भड़क उठे। कर्जमाफी के सवाल पर गुस्साते हुए उन्होंने कहा कि इन्हें मुख्यमंत्री बना दो। उनके इस बयान के बाद वहां पर मौजूद लोग ठहाके लगाने लगे।
डिप्टी सीएम अजीत पवार ने कहा कि हर तरह का नाटक किया जा सकता है, लेकिन पैसों का नहीं। क्या हम यहाँ कंचे खेलने आए हैं? आगे कहा कि आप काम करने वालों को परेशान करते हैं। मैं किसानों की दुर्दशा समझता हूं। अब मेरी तरफ देखो। मैं बहुत मेहनत कर रहा हूं। हम आज महिलाओं और बहनों की बहुत मदद करते हैं।
विपक्ष को मिला मुद्दा
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम के इस वीडियो के सामने आने के बाद विपक्ष ने जमकर निशाना साधा और उनपर अहंकार का आरोप लगाया। हालांकि, विपक्ष के इस आरोप को उन्होंने गलतफहमी बताया। शिवसेना (यूबीटी) ने डिप्टी सीएम अजीत पवार पर निशाना साधा है। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि यह अजीत पवार की शैली नहीं, बल्कि अहंकार है!
महाराष्ट्र के कई जिले बाढ़ से प्रभावित
महाराष्ट्र के कई जिले इस समय बाढ़ से प्रभावित हैं। मराठवाड़ा में छत्रपति संभाजीनगर, जालना, लातूर, परभणी, नांदेड़, हिंगोली, बीड और धाराशिव जिले इस समय बाढ़ की चपेट में हैं।
गौरतलब है कि 20 सितंबर को भारी बारिश और उपनाती नदियों ने मराठवाड़ा में बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है। महाराष्ट्र में आई इस बाढ़ में कम से कम 9 लोगों की जान गई है।
यह भी पढ़ें: कांग्रेस पार्टी अब होनहारों को 'हीरो' बनाने में जुटी, जो जमीन पर दिखेगा वो ही आगे बढ़ेगा
यह भी पढ़ें: 'ऐसे लोगों को पड़ोसी देश चले जाना चाहिए', जेन-जी का जिक्र कर CM फडणवीस ने किसपर साधा निशाना?
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।