राज्य ब्यूरो, मुंबई। भारत में इस साल 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है। जिसमें मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, तेलंगाना, त्रिपुरा, मेघालय, नागालैंड और मिजोरम शामिल हैं। तो वहीं अगले साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने के साथ साथ महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव हैं। इसलिए विधानसभा चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे गुट के नेता आदित्य ठाकरे ने सीएम शिंदे को चुनौती दे दी है।
शिवसेना में फूट के बाद अब तक नहीं थमी तकरार
शिवसेना में फूट के बाद दोनों गुटों में तकरार अब तक थम नहीं रही है। उद्धव ठाकरे गुट के नेता आदित्य ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को चुनौती दे दी है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि यदि उनमें हिम्मत है तो वे मेरे खिलाफ विधानसभा का चुनाव लड़कर दिखाएं। आदित्य ठाकरे शिवसेना उद्धव बालासाहब ठाकरे ( उद्धव गुट) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के पुत्र हैं।
आदित्य ठाकरे ने सीएम शिंदे को कहा असंवैधानिक मुख्यमंत्री
आदित्य ठाकरे ने कहा कि मैं असंवैधानिक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को मेरे खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए चुनौती देता हुं। गौरतलब है कि आदित्य ठाकरे महाविकास आघाड़ी सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। शिवसेना जब से दो गुटो में विभाजित हुई उसके बाद से ही आदित्य ठाकरे बागी गुट पर हमलावर रहते नजर आते रहे हैं।
मेरे खिलाफ वरली से चुनाव लड़ें सीएम शिंदे-आदित्य
आदित्य ठाकरे ने एक सार्वजनिक सभा में कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को लगता है कि वह बहुत लोकप्रिय नेता हैं। तो मैं चुनौती देता हुं कि उनमें हिम्मत है तो वह मेरे विरुद्ध वरली से चुनाव लड़कर दिखाएं। उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने भी सीएम शिंदे को घेरा। राउत ने भी यह कहा है कि मुख्यमंत्री स्वयं को बड़ा क्रांतिकारी समझते हैं। एक 32 वर्ष का युवक उन्हें अपने सामने चुनाव लड़ने की चुनौती दे रहा है। इसलिए सीएम शिंदे को यह चुनौती स्वीकार करनी चाहिए और आदित्य के खिलाफ चुनाव लड़ना चाहिए।
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'पिछले साल बगावत कर शिंदे ने MVA छोड़ किया था बीजेपी से गठबंधन
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने पिछले साल 30 जून 2021 को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उस दौरान सीएम शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के कई विधायकों ने ठाकरे के विरुध्द बगावत कर दी थी और अपना समर्थन वापस ले लिया था। इसके बाद उद्धव ठाकरे ने अपना बहुमत खो दिया था जिससे राज्य में उनकी सरकार गिर गई थी। शिंदे ने एमवीए का साथ छोड़ने के बाद भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन कर लिया था। तब से महाराष्ट्र में शिवसेना के दोनों गुटों के बीच इस बात को लेकर खींचतान चल रही है कि बाला साहेब ठाकरे की विरासत का असली उत्तराधिकारी कौन है।
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