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    कौन हैं Arjun Erigaisi? जिन्होंने चेस लीजेंड Viswanathan Anand को फाइनल में हराकर जीता टाइटल

    Updated: Thu, 04 Dec 2025 02:40 PM (IST)

    Arjun Erigaisi beat Viswanathan: भारतीय ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगैसी ने जेरूशलम मास्टर्स के फाइनल में दिग्गज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद को हराकर शानदार जीत ...और पढ़ें

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    कौन हैं Arjun Erigaisi? जिन्होंने विश्वनाथन आनंद को हराया

    स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। Arjun Erigaisi beat Viswanathan Anand: भारतीय ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगैसी ने जेरूशलम मास्टर्स के फाइनल में पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद को हराकर खिताब जीत लिया। दोनों के बीच खेले गए दो रैपिड गेम ड्रॉ रहे, जिसके बाद ब्लिट्ज टाई-ब्रेक में मुकाबला हुआ।

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    22 साल को एरिगैसी ने टाई-ब्रेक में शानदार प्रदर्शन करते हुए 2.5-1.5 के अंतर से जीत दर्ज की। उन्होंने पहला ब्लिट्ज मैच सफेद मोहरों से जीत लिया। दूसरे गेम में भी वे जीत के करीब थे, जिसके बाद उन्होंने ड्रॉ स्वीकार किया और यह खिताब जीतने के लिए काफी था।

    इस जीत के साथ अरिजुन एरिगैसी को इनाम के रूप में 55,000 अमेरिकी डॉलर मिले। ऐसे में जानते हैं कौन हैं अर्जुन एरिगैसी?

    कौन हैं Arjun Erigaisi? जिन्होंने विश्वनाथन आनंद को हराया

    दरअसल, अर्जुन एरिगैसी (Arjun Erigaisi) का जन्म 3 दिसंबर 2003 को आंध्र प्रदेश (अब तेलंगाना) के वारंगल में हुआ।उन्होंने शतरंज अपने दोस्तों के साथ मनोरंजन के लिए खेलना शुरू किया था। वह मंदिर शहर तिरुपति में उनके किंडरगार्टन शिक्षक ने अर्जुन के माता-पिता को सलाह दी थी कि शतरंज खेलना उनके लिए अच्छा होगा, क्योंकि अर्जुन के पास सीखने की क्षमता और ललक थी। वह चीजों को तेजी से याद करने में माहिर थे। कम उम्र में उन्हें 70 देशों की राजधानियों और उनकी मुद्राओं के नाम याद थे। उनकी रुचि को देखते हुए उनके पिता ने उन्हें 11 साल की उम्र से चेस की ट्रेनिंग दिलाने का फैसला किया।

    2017 के बाद अर्जुन ने अपना जबरदस्त खेल दिखाया और 14 साल,11 महीने और 13 दिन की उम्र में 6 महीने के भीतर वह ग्रैंडमास्टर बन गए। अगले 6 सालों में, अर्जुन भारत के सबसे मजबूत युवा खिलाड़ी के रूप में उभरे और डी गुकेश, आर प्रगनानंद और निहाल सरीन की कंपनी में भारतीय शतरंज की स्वर्णिम पीढ़ी का हिस्सा बन गए।

    एरिगैसी ने खिताब जीतने के बाद क्या कहा?

    एरिगैसी ने खिताब जीतने के बाद कहा कि यह जीत आसान नहीं थी। मेरे सामने कई चुनौतियां थी और मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी नहीं कर पाया। इसके बावजूद खिताब हासिल करके मैं बहुत खुश हूं। उन्होंने ये भी कहा कि आज के दोनों मैच (पीटर स्विडलर और फिर आनंद के खिलाफ) काफी तनावपूर्ण रहे। आनंद सर के खिलाफ पहले गेम में हम दोनों ने मौके गंवाए, लेकिन मुझे लहता है कि ब्लिट्ज में मैंने अच्छा किया।

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