Hockey India League: ओडिशा वॉरियर्स बनी महिला लीग की विजेता, फाइनल में इस टीम को दी रोमांचक मुकाबले में मात
महिला हॉकी इंडिया लीग के पहले संस्करण का खिताब ओडिशा वॉरियर्स ने अपने नाम कर लिया है। इस टीम ने रोमांचक फाइनल में सूरमा हॉकी क्लब को परास्त कर ये खिताब जीता। मुकाबला काफी रोमांचक रहा और आखिरी मिनटों में विजेता का फैसला हुआ। ऋतुजा पिसाल इस मैच की स्टार खिलाड़ी रहीं जिनके दो गोल के दम पर ओडिशा ने ये खिताब अपने नाम किया।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। ओडिशा वॉरियर्स महिला हॉकी इंडिया लीग का पहला खिताब अपने नाम करने में सफल रही है। रविवार रात खेले गए फाइनल में वॉरियर्स की टीम ने सूरमा हॉकी क्लब को 2-1 से मात दी। टीम की जीत की स्टार खिलाड़ी रहीं ऋतुजा डाडासो पिसाल।
ऋतुजा ने 20वें और 56वें मिनट में दो गोल किए। ऋतुजा के पहले गोल के बाद पेनी साकिब ने 28वें मिनट में बराबरी का गोल किया। मैच बराबरी का चल रहा था, लेकिन आखिरी मिनट में ऋतुजा ने एक और गोल कर अपनी टीम को आगे किया और जीत दिलाई।
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रोमांचक रहा मैच
मैच की शुरुआत बेहद आक्रामक रही। दोनों टीमों के अंदर जीत को लेकर जुनून नजर आ रहा था। दोनों ही टीमें बढ़त लेने की कोशिश कर रही थीं। वॉरियर्स की फ्रीके मूस ने सर्किल में पहली एंट्री की और गोल करने की प्रयास किया जिसे सूरमा के डिफेंस ने चालाकी से नकार दिया।
दोनों टीमें लगातार कोशिश कर रही थीं, लेकिन गोल नहीं कर पा रही थीं। सबसे करीबी मौका नेहा ने बनाया। उन्होंने ऋतुजा को पोस्ट के करीब पास दिया, लेकिन सूरमा की गोलकीपर सविता ने गोल नहीं होने दिया। पहले क्वार्टर में गोल नहीं हो सका।
दूसरे क्वार्टर में हुआ गोल
दूसरे क्वार्टर में भी दोनों टीमें लड़ाई लड़ती रहीं। कुछ देर बाद ही वॉरियर्स ने पहला गोल कर बढ़त ले ली। विक्टोरिया साउज ने सर्किल में पास दिया और ऋतुजा ने शानदार तरह से गेंद को अपनी हॉकी से गोलपोस्ट में डाल दिया। सविता यहां कुछ नहीं कर सकीं और वॉरियर्स की टीम आगे हो गई।
हालांकि, टीम की बढ़त ज्यादा देर तक कायम नहीं रह सकी क्योंकि आठ मिनट बाद ही पेनी साकिब ने बराबरी का गोल कर दिया। उन्होंने टॉप राइट कॉर्नर में काफी तेजी से गेंद को पोस्ट में डाला। वॉरियर्स की गोलकीपर जोसेलिन बार्टराम के पास इस शॉट का जवाब नहीं था। हाफ टाइम तक स्कोर 1-1 से बराबर था।
आखिरी मिनटों निकला नतीजा
तीसरे क्वार्टर में दोनों ही टीमें काफी कोशिशों के बाद भी गोल नहीं कर सकीं। चार्लोट इंगेलबेर्ट और ओलिविया शेनन ने कई बार कोशिश की लेकिन वॉरियर्स की गोलकीपर जोसेलिन ने शानदार बचाव कर बढ़त नहीं लेने दी। तीसरे क्वार्टर में दोनों टीमों गोल नहीं कर पाईं।
आखिरी क्वार्टर में मुकाबला और रोचक हो गया। दोनों ही टीमें बड़ी आक्रामकता से गोल करने की कोशिश करने लगीं। इस क्वार्टर में आठ मिनट का समय ही हुआ था कि वॉरियर्स को पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन नेहा इसे गोल में नहीं बदल पाईं। कुछ देर बाद ऋतुजा ने सूरमा के डिफेंस से हुई गलती का फायदा उठाया और गोलकीपर को छकाते हुए गेंद को नेट में डाल अपनी टीम को आगे कर दिया। उनका ये गोल विजयी गोल साबित हुआ।
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