Norway Chess: एरिगेसी को हारकर दूसरे स्थान पर पहुंचे गुकेश, पुराना हिसाब भी किया बराबर
डी गुकेश ने अर्जुन एरिगेसी को मात दी और नार्वे शतरंज टूर्नामेंट में दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। गुकेश की टूर्नामेंट में यह लगातार दूसरी जीत रही। उन्होंने पिछले दौर में मैग्नस कार्लसन को मात दी थी। 19 साल के गुकेश ने एरिगेसी के खिलाफ अपनी पिछली हार का बदला भी लिया। अमेरिकी ग्रैंडमास्टर फाबियानो कारुआना 12.5 अंक लेकर शीर्ष पर हैं जिन्होंने चीन के वेई यी को हराया।

प्रेट्र, स्टावेंगर। विश्व चैंपियन डी गुकेश ने कुछ विपरीत परिस्थितियों से गुजरने के बाद हमवतन अर्जुन एरिगेसी को पहली बार क्लासिकल बाजी में हराया जिससे वह नार्वे शतरंज टूर्नामेंट के सातवें दौर के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गए।
गुकेश की टूर्नामेंट में यह लगातार दूसरी जीत है। उन्होंने पिछले दौर में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन को हराया था। इस 19 वर्ष के खिलाड़ी ने इस जीत से एरिगेसी से दूसरे दौर में मिली हार का बदला चुकता भी किया।
कारुआना नंबर-1 पर काबिज
गुकेश के अब 11.5 अंक हो गए हैं और उन्होंने नार्वे के गत चैंपियन कार्लसन को पीछे छोड़कर दूसरा स्थान हासिल कर लिया है। अमेरिकी ग्रैंडमास्टर फाबियानो कारुआना 12.5 अंक लेकर शीर्ष पर हैं, जिन्होंने चीन के वेई यी को हराया।
कार्लसन एक अन्य अमेरिकी ग्रैंडमास्टर और विश्व के दूसरे नंबर के खिलाड़ी हिकारू नाकामुरा के विरुद्ध आर्मागेडन में जीत के बाद 11 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर हैं। नाकामुरा 8.5 अंकों के साथ चौथे स्थान पर हैं।
एरिगेसी को तगड़ा नुकसान
गुकेश से हार के बाद एरिगेसी 7.5 अंकों के साथ पांचवें स्थान पर खिसक गए, जबकि वेई यी 6.5 अंकों के साथ छठे स्थान पर हैं। टूर्नामेंट में अभी तीन दौर की बाजियां खेली जाने बाकी हैं।
महिला वर्ग में, यूक्रेन की अन्ना मुजीचुक ने आर्मागेडन टाईब्रेक में दो बार की विश्व रैपिड चैंपियन कोनेरू हंपी को हराया, जबकि भारत की एक अन्य खिलाड़ी आर वैशाली चीन की लेई टिंगजी से हार गईं।
कार्लसन की हताशा को महिंद्रा ने बताया गुकेश की प्रशंसा
नार्वे शतरंज में मैग्नस कार्लसन को हराने पर उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने डी गुकेश की प्रशंसा की है। कार्लसन ने हार के बाद हताशा में मेज पर मुक्का मारा था।
Carlsen’s visible frustration at the end wasn’t just a tantrum — it was the greatest compliment the World Champion could receive from the GOAT
No fist pump. No smirk. Gukesh didn’t need one. His silence roared louder than Carlsen’s exit.
👏🏽👏🏽👏🏽pic.twitter.com/W97idHhIct
— anand mahindra (@anandmahindra) June 2, 2025
इसको लेकर महिंद्रा ने एक्स पर लिखा, अंत में कार्लसन की स्पष्ट हताशा सिर्फ एक गुस्सा नहीं थी बल्कि यह विश्व चैंपियन के लिए 'गोट' (ग्रेटेस्ट आफ आल टाइम) से मिलने वाली सबसे बड़ी प्रशंसा थी।

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