राष्ट्रीय चैंपियनशिप में नहीं पहुंची सात राज्यों की मुक्केबाज, इन दिग्गजों ने की शुरुआत; पीटी उषा ने कही यह बात
चैंपियनशिप में अरुणाचल प्रदेश मिजोरम झारखंड नागालैंड जम्मू कश्मीर मध्य प्रदेश गुजरात दमन दीप ओडिशा और मेघालय के मुक्केबाज नहीं आए। इस पर भारतीय मुक्केबाजी संघ (बीएफआई) के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा कि एसोसिएशन को व्यक्तिगत मुद्दों को छोड़कर खिलाडि़यों को भविष्य के बारे में सोचना चाहिए। उनके व्यक्तिगत हितों को लेकर चैंपियनशिप का विरोध करना सही नहीं है।

जितेंद्र सिंह, ग्रेटर नोएडा। आठवीं एलीट राष्ट्रीय महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप में सात राज्यों की मुक्केबाज नहीं पहुंचीं। शुक्रवार को शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में आईओए की अध्यक्ष पीटी उषा, ओलंपिक पदक विजेता विजेंद्र सिंह, ओलंपिक खिलाड़ी निखत जरीन, विश्व चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता सरिता रानी व पूर्व भारतीय क्रिकेटर आरपी सिंह मौजूदगी में चैंपियनशिप का उद्घाटन किया।
चैंपियनशिप में अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, झारखंड, नागालैंड, जम्मू कश्मीर, मध्य प्रदेश, गुजरात, दमन दीप, ओडिशा और मेघालय के मुक्केबाज नहीं आए। इस पर भारतीय मुक्केबाजी संघ (बीएफआई) के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा कि एसोसिएशन को व्यक्तिगत मुद्दों को छोड़कर खिलाड़ियों को भविष्य के बारे में सोचना चाहिए। उनके व्यक्तिगत हितों को लेकर चैंपियनशिप का विरोध करना सही नहीं है।
खिलाड़ियों पर पड़ सकता है बुरा असर
इससे खिलाड़ियों पर बुरा असर पड़ता है। राज्य संघों के रोके जाने पर सात राज्यों की मुक्केबाज नहीं पहुंचीं। इस पर आइओए की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा, खेल में राजनीति नहीं होनी चाहिए। इससे खिलाड़ियों पर बुरा असर पड़ता है। वर्षों कड़े अभ्यास के बाद बड़े मंच पर खेलने का मौका मिलने पर उनकी मेहनत सफल होती है। खिलाड़ियों को कठिनाइयों से विचलित नहीं होना चाहिए। मुझे भी एक दिन पहले ही निमंत्रण मिला, लेकिन खिलाड़ियों के सहयोग के लिए पहुंची हूं।
अनामिका हुडा ने दर्ज की जीत
पहले दिन लाइटफ्लाइ चैंपियन अनामिका हुडा ने सिक्किम की प्रवा गजनीर को हराया। चंडीगढ़ की गुड्डी ने अरुणाचल प्रदेश की आश्रिता, दूसरे मुकाबले में केरल की मिलानो ने लद्दाख की निलजया, तीसरे मुकाबले में सिक्किम की याशिका ने पंजाब की कमलजीत, चौथे मुकाबले में रेलवे की रजनी ने यूपी की रजनी को हराया।
ओलंपिक की हार अब तक जहन में
निखत जरीन चैंपियनशिप में पहुंची ओलंपिक में हारने के बाद पदक से चूकने वालीं बाक्सर निखत जरीन ने कहा की ओ¨लपिक की हार अभी तक जहन में है। उसे भुला पाना आसान नहीं है। उससे उबरकर आगे की तैयारियों में लगी हूं।
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