ओडिशा से प्रयागराज जा रही बस ट्रक से टकराई, 35 लोगो घायल; तीन गंभीर
ओडिशा के बालेश्वर जिले से लगभग 70 तीर्थयात्रियों को प्रयागराज महाकुंभ मेले में लेकर जा रही बस बिहार के कैमूर जिले के मोहनिया के पास हादसे का शिकार हो गई। ड्राइवर को नींद आने की वजह से बस ट्रक से टकरा गई जिसकी वजह से बस का आगे का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इस हादसे में बस में सवार 35 लोग घायल हो गए।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ के लिए तीर्थयात्रियों को लेकर निकली बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बस में सवार 70 तीर्थयात्रियों में से 35 के घायल होने की सूचना मिली है। यह हादसा गुरुवार देर रात हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार, ड्राइवर को नींद आ जाने की वजह से बस हादसे का शिकार हो गई।
बिहार-उत्तर प्रदेश सीमा के पास हुआ हादसा
ओडिशा से प्रयागराज महाकुंभ जा रही बस बिहार के कैमूर जिले के मोहनिया के पास, बिहार-उत्तर प्रदेश सीमा के करीब रात लगभग 12:50 बजे हादसे का शिकार हो गई।
ड्राइवर को नींद आ जाने की वजह से बस ने रेत से भरे एक ट्रक को पीछे से टक्कर मार दी, जिससे बस के आगे हिस्सा चकनाचूर हो गया है।
इस हादसे में बस में सवार 35 तीर्थयात्री घायल हो गए हैं। बस ओडिशा के बालेश्वर जिले से लगभग 70 तीर्थयात्रियों को प्रयागराज महाकुंभ मेले में ले जा रही थी। 35 घायलों में से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है।
गाड़ी चलाते समय ड्राइवर को आई नींद
- प्राप्त जानकारी के मुताबिक ड्राइवर, जिसकी पहचान श्रीराम के रूप में हुई है गाड़ी चलाते समय सो गया था। ड्राइवर के सोने की वजह से ही ये हादसा हुआ।
- स्थानीय प्रशासन द्वारा घायल तीर्थयात्रियों को तुरंत इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया, कुछ को गंभीर चोट लगी है।
तीन लोगों की हालत गंभीर
तीन गंभीर घायलों में नगुआना के राज किशोर साहू, कुकुड़िया के सुबास बेहरा और फुलवाणी के बापी सामल शामिल हैं।
फिलहाल उनका इलाज उत्तर प्रदेश के वाराणसी के सरकारी अस्पताल में चल रहा है। अन्य घायलों का इलाज अनुमंडलीय अस्पताल में चल रहा है।
कटक : सड़क हादसों में आई कमी
इस साल सड़क सुरक्षा महीने में दुर्घटना और मौत की संख्या पिछले साल की तुलना में कम हुई है। वर्ष 2025 जनवरी में कुल 994 सड़क दुर्घटना राज्य भर में हुई हैं, जिसमें 417 लोगों की मौत हुई है। वहीं, पिछले साल 1093 सड़क दुर्घटना हुई थी और उसमें 561 लोगों की मौत हुई थी ।
यानी पिछले साल के मुकाबले 99 कम सड़क दुर्घटना और 144 कम मौतें हुई हैं। परिवहन विभाग और पुलिस की ओर से संयुक्त तौर पर एनफोर्समेंट व्यवस्था का कड़े तौर पर पालन करने के चलते यह आंकड़ा कम होने की बात कही जा रही है।
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