Odisha News: पुलिस इंस्पेक्टर ने अपने ही नाम संगीन धाराओं में दर्ज की शिकायत, कहा- जांच के बाद सामने आएगा सच
थाना प्रभारी फरार आरोपी की तलाश में उसके घर पहुंचे हुए थे। उस दौरान उनकी बीवी उन्हें घर में मिली। आरोपी की पत्नी ने आरोप लगाया कि इंस्पेक्टर ने उस ...और पढ़ें

जासं कटक। टांगी थाना आईआईसी (Inspector-In-Charge) ने अपने खिलाफ अनुसूचित जाति वर्ग की महिलाओं के खिलाफ नस्लीय अपमान, उत्पीड़न, हत्या की धमकी और हिंसा के गंभीर आरोप में मामला दर्ज किया है। प्रताड़ित महिला को देर रात घर में घुसकर धमकाने के आरोप में थाना आने के बाद आईआईसी सुचित्र बिर्ज्या दास ने अपने नाम मामला दर्ज किया है। दफा 448, 294, 506, 323, 354, 427, एससी एवं एसटी (पीए) कानून की धारा 3(1) (आर), 3(1) (एस), 3(2)(भीए) के आधार पर एक मामला (केस नंबर 0265) टांगी थाना में दर्ज होने की सूचना मिली है।
फरार आरोपित की तलाश में पुलिस पहुंची थी उसके घर
जानकारी के मुताबिक, 30 सितंबर 2022 की रात करीब 2 बजे टांगी थाना कोटसाही स्थित रीना बेहरा के घर का दरवाजा अचानक किसी ने खटखटाया। दरवाजा नहीं खुला, तो युवक घर का दरवाजा तोड़कर अंदर घुस गया। उसकी पहचान टांगी थाने के थाना अधिकारी सुचित्र बिर्ज्या दास के रूप में हुई है। थाना अधिकारी दास महिला के पति बिष्णुचरण बेहरा की तलाश कर रहे थे।
घर के अंदर रीना का देवर मंटू था। इस समय थाना अधिकारी सुचित्रा बिर्ज्या ने जाति के आधार पर महिला का अपमान किया और उसे धक्का दिया। वह अपने बच्चे के साथ नीचे गिर गई। घर के अंदर मौजूद कटारी को दिखाकर भी धमकाए और कहा कि तुम्हारा पति यदि नहीं मिलता है, तो तुम्हारे साथ दुष्कर्म किया जाएगा।
आरोपित की बीवी ने कहा इंस्पेक्टर ने की उसके साथ बदतमीजी
इस संबंध में रीना ने 17 दिसंबर, 2022 को टांगी थाने में शिकायत दर्ज कराई। इसके साथ ही पुलिस महानिदेशक, केंद्रांचल आईजी, टांगी एसडीपीओ को शिकायत पत्र भेजा था। टांगी थाने में इस तरह की शिकायत किए जाने पर खुद आईआईसी सुचित्र बिर्ज्या दास ने अपने नाम पर मामला दर्ज कर लिया, जो अब चर्चा का केंद्र बना है।
मारपीट के मामले में 18 फरार लोगों की पुलिस को है तलाश
थाना इंचार्ज सुचित्र बिर्ज्या दास ने दैनिक जागरण से बात करते हुए कहा कि 24 अगस्त को स्थानीय इलाके में बिजली का कार्य चलते समय रीना के पति एवं अन्य को मिलाकर कुल 23 लोग बिजली विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों के साथ मारपीट किए थे। यहां तक कि घटना स्थल पर तत्कालीन बिजली विभाग के एसडीओ भी मौजूद थे। इस संदर्भ में थाने में शिकायत दर्ज की गई थी। पुलिस ने कुल पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। रीना के पति के साथ अन्य 18 लोग फरार थे, जिनकी पुलिस तलाश कर रही थी।
इंस्पेक्टर को है जांच के बाद सच्चाई सामने आने का इंतजार
ऐसे में 30 सितम्बर की रात को टांगी थाना पुलिस की एक टीम रीना के घर गई थी। इसमें मैं अकेले नहीं था, महिला पुलिस और पुरुष पुलिस के सदस्य भी उपस्थित थे। हालांकि वहां पर क्या हुआ है, उसके बारे में वर्तमान समय में कुछ बताना ठीक नहीं होगा क्योंकि घटना में मुझे आरोपी बनाया गया है। जांच अधिकारी घटना की जांच कर रहे हैं, जांच के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।