बालेश्वर पहुंची NIA की टीम, पहलगाम हमले में जान गंवाने वाले प्रशांत सत्पथी के परिवार से की पूछताछ
जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले में बालेश्वर के प्रशांत सत्पथी की मौत की एनआईए जांच कर रही है। एनआईए की टीम बालेश्वर पहुंची और मृतक प्रशांत के परिवार ...और पढ़ें

लावा पांडे, बालेश्वर। धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले जम्मू कश्मीर में इस महीने की 22 तारीख को आतंकियों ने 26 बेकसूर पर्यटकों की हत्या कर दी थी।
इस हत्याकांड में मारे गए बालेश्वर के इशानी गांव निवासी प्रशांत सत्पथी भी अपनी पत्नी प्रियदर्शिनी और नौ साल के बेटे के साथ जम्मू कश्मीर घूमने गए थे। आतंकियों ने प्रशांत को बेहद नजदीक से सिर पर गोली मारी थी। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
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आतंकवादी हमले में मारे गए प्रशांत सत्पथी का घर।
एनआईए का एक दल पूछताछ करने आज मृतक प्रशांत सत्पथी के घर पहुंचा। यह तीन सदस्य दल बिना किसी को सूचना दिए मृतक प्रशांत के घर पहुंच उनकी पत्नी प्रियदर्शनी और 9 वर्षीय बेटे से विधिवत उक्त घटना के बारे में जानकारी हासिल किया, क्योंकि इन्हीं मां-बेटे के सामने ही आतंकवादियों ने प्रशांत को मौत के घाट उतार दिया था।
एनआईए और मृतक प्रशांत की पत्नी और बेटे के बीच क्या बातचीत हुई इसका खुलासा ना तो प्रशांत की पत्नी प्रियदर्शनी ने किया, ना ही जांच एजेंसी के अधिकारियों ने किसी को कुछ कहा।
बस मीडिया से एनआईए के अधिकारियों ने कहा 'नो कमेंट्स प्लीज', यानी कि इस संपर्क में हम कुछ भी नहीं कहना चाहते तथा अधिकारियों का दल अपनी गाड़ी में बैठकर रवाना हो गया।
ऐसा माना जा रहा है कि जांच में कहीं कोई बाधा न खड़ी हो, इसीलिए परिवार के किसी भी अन्य सदस्य को पूछताछ में शामिल नहीं किया गया था। केवल प्रियदर्शनी और उनके बेटे को ही एनआईए वाले 5 घंटे से ज्यादा समय तक विधिवत पूरी घटना की जानकारी लेते रहे।
देश की उच्च जांच एजेंसी के आज के जांच से यही अंदाजा लगाया जा रहा है कि एनआईए की टीम फूंक-फूंक कर कदम रख रही है, तथा छोटी से छोटी जानकारी से लेकर बड़ी से बड़ी जानकारी हासिल करने में लगी हुई है।
दिल को दहला देने वाली यह वारदात इसी महीने के 22 तारीख को घटी थी, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों को आतंकवादियों ने मौत के नींद सुला दिया था। बालेश्वर के ईशानी नामक गांव के रहने वाले प्रशांत इसी महीने के 19 तारीख को अपनी पत्नी और बेटे के साथ छुट्टियां मनाने जम्मू कश्मीर गए थे।
लेकिन 22 तारीख को आतंकवादियों ने उनके सिर पर गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। आज पूरा विश्व आतंकवादियों के इस क्रूर घटना की निंदा कर रहा है।
बस देखना यह है कि आखिर आतंकवादियों की इस निंदनीय घटना का जवाब भारत सरकार कब और कैसे देता है।
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