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    मो स्कूल कैम्पेन' ने बनाया रिकार्ड: 5 वर्षों में इस अभियान में शामिल हुए 50 हजार स्कूल

    Mo School Campaign पांच वर्षों में ओडिशा के 50 हजार स्‍कूलों तक पहुंचकर मो स्कूल कैम्पेन ने रिकार्ड कायम किया है। 30 लाख से अधिक पूर्व छात्र अपने स्कूलों से जुड़े और इसके समग्र विकास में प्रमुख भूमिका निभाई!

    By Jagran NewsEdited By: Babita KashyapUpdated: Wed, 16 Nov 2022 10:04 AM (IST)
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    Mo School Campaign: 14 नवंबर 2017 को शुरू किए गए 'मो स्कूल अभियान' को 5 साल पूरे हो गए हैं।

    भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। Mo School Campaign: राज्य में सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों को विकसित करने के लिए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक द्वारा पुराने छात्रों को शामिल कर 14 नवंबर, 2017 को शुरू किए गए 'मो स्कूल अभियान' को अब 5 साल पूरे हो गए हैं।

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    केवल 5 वर्षों में राज्य के 50,000 स्कूलों तक पहुंचकर, 'मो स्कूल' ने दुनिया के सबसे बड़े पुराने स्कूल कनेक्शन कार्यक्रमों में से एक बनने का रिकार्ड बनाया है। इसके अलावा, 2022 के अंत तक, 'मो स्कूल' ने राज्य के 50,000 स्कूलों तक पहुंचने का लक्ष्य को हासिल कर लिया है। ओडिशा के सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले 30 लाख से अधिक पूर्व छात्र अपने स्कूलों से जुड़े और इसके समग्र विकास में प्रमुख भूमिका निभाई है।

    इन स्‍कूलों को किया गया शामिल 

    बहुत कम समय में 'मो स्कूल अभियान' एक अभियान से एक आंदोलन में बदल गया, जिसमें बच्चों को खेल, कला, संस्कृति, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ-साथ सरकार के बुनियादी ढांचे का विकास किया गया है। इस अभियान में केवल सरकारी स्कूल ही नहीं बल्कि राज्य में सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल को भी शामिल किया गया है।

    हर दो में से एक बच्चे को इसका लाभ मिला

    'मो स्कूल' से जुड़े पूर्व छात्रों, प्रतिष्ठित व्यक्तियों और आम जनता ने न केवल स्कूलों के विकास के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की है, बल्कि बच्चों को शिक्षित करने, खेल और शैक्षिक उपकरण दान करने, सक्रिय और अप्रत्यक्ष रूप से विभिन्न स्कूलों में योगदान देने के लिए अपने अनुभव और विशेषज्ञता को साझा किया है।

    ऐसे में राज्य में हर दो में से एक बच्चे को इसका लाभ मिला है। मो स्कूल अभियान' राज्य के सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले 45 लाख से अधिक छात्रों तक पहुंचने में कामयाब रहा है।

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