Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Odisha Politics: BJD ने श्रीमयी मिश्रा को पार्टी किया बाहर, सोशल मीडिया पोस्ट ने मचाई थी हलचल

    Updated: Wed, 24 Sep 2025 03:40 PM (IST)

    बीजू जनता दल (बीजद) ने महिला प्रकोष्ठ की महासचिव श्रीमयी मिश्रा को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निलंबित कर दिया है। मयूरभंज के पूर्व जिला सचिव प्रवीर चंद्र स्वांई और कप्तिपड़ा के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष चंद्र स्वांई भी निलंबित किए गए हैं। श्रीमयी मिश्रा ने नवीन पटनायक की तुलना ‘धृतराष्ट्र’ से की थी जिसके बाद यह कार्रवाई हुई।

    Hero Image
    BJD ने श्रीमयी मिश्रा को दिखाया बाहर का रास्ता

    जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। बीजू जनता दल (बीजद) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए महिला प्रकोष्ठ की महासचिव श्रीमयी मिश्रा को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निलंबित कर दिया।

    यही नहीं, मयूरभंज के पूर्व जिला सचिव प्रवीर चंद्र स्वांई और कप्तिपड़ा के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष चंद्र स्वांई को भी आदेश में निलंबित नेताओं की सूची में शामिल किया गया है। हालांकि, इस फैसले में सबसे ज्यादा सुर्खियां श्रीमयी मिश्रा के नाम ने बटोरी हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    निलंबन पर प्रतिक्रिया देते हुए श्रीमयी मिश्रा ने कहा, "मैंने कभी अपने आत्मसम्मान और गरिमा से समझौता नहीं किया, न ही करूंगी। पिछले एक साल से मैं पार्टी से जुड़ी नहीं हूं, यहां तक कि मैंने अपनी सदस्यता का नवीनीकरण भी नहीं कराया। अगर ऐसी पार्टी मुझे निलंबित करती है, तो लोग केवल हंसेंगे।"

    इंटरनेट मीडिया पोस्ट से उठा बवाल

    बीजेडी में सक्रिय महिला नेताओं में गिनी जाने वाली श्रीमयी मिश्रा की छवि काफी प्रभावशाली रही है। ऐसे में उनका निलंबन राजनीतिक हलकों में चौंकाने वाला माना जा रहा है।

    निलंबन आदेश में भले ही सीधे कारणों का उल्लेख न हो, लेकिन यह कदम उनके हालिया इंटरनेट मीडिया पोस्ट के बाद उठाया गया माना जा रहा है।

    दरअसल, श्रीमयी मिश्रा ने महाभारत का उदाहरण देते हुए एक पोस्ट में बिना नाम लिए बीजेडी सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की तुलना ‘धृतराष्ट्र’ से कर डाली थी।

    उन्होंने लिखा था, "कुछ लोग धृतराष्ट्र की तरह अंधे हो जाते हैं और गलतियों को रोक नहीं पाते। इतिहास ऐसे अयोग्य राजाओं को कभी माफ नहीं करता, क्योंकि उनकी चुप्पी ही त्रासदी का कारण बनती है।"

    राजनीति में गरमा-गरमी

    उनकी इस टिप्पणी ने न केवल इंटरनेट मीडिया पर तूफान खड़ा कर दिया बल्कि बीजेडी के भीतर भी बहस छेड़ दी। यही विवाद अब उनके निलंबन की वजह माना जा रहा है।

    यह भी पढ़ें- राउरकेला में ट्रेन से कटकर दो सगे भाइयों की मौत, कैसे हुआ दर्दनाक हादसा?

    यह भी पढ़ें- राउरकेला में कई दिनों से बंद गुमटी से लाश मिलने से हड़कंप, सुबह दुर्गंध फैलने पर हुआ खुलासा