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    सिर्फ अयोध्‍या ही नहीं, ओडिशा के नयागढ़ में भी हुआ श्रीराम मंदिर का भव्‍य उद्घाटन, बनने में लगे पूरे इतने साल

    Updated: Tue, 23 Jan 2024 09:01 AM (IST)

    ओडिशा के नयागढ़ में भी अयोध्या जैसे श्रीराम मंदिर की तर्ज पर बने एक मंदिर का सोमवार को उद्घाटन हुआ। इसे बनाने का काम 2017 में शुरू हुआ था। मंदिर में राजस्‍थान से लाई गईं भगवान राम सीता और लक्ष्मण की 5.5 फुट ऊंची प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। यह मंदिर भुवनेश्वर से लगभग 90 किलोमीटर दूर नयागढ़ जिले में फतेहगढ़ गांव में स्थि‍त है।

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    ओडिशा के नयागढ़ में भी अयोध्या जैसे श्रीराम मंदिर का हुआ उद्घाटन।

    जागरण संवाददाता, अनुगुल। एक तरफ जहां अयोध्या के राम मंदिर में भव्य प्रतिष्ठा समारोह को लेकर पूरा देश उत्सव और आनंद में डूबा है, वहीं ओडिशा में इस मौके पर दोहरा आनंद मना। यहां ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से लगभग 90 किलोमीटर दूर नयागढ़ जिले में फतेहगढ़ गांव में 73 फीट ऊंचे भव्य राम मंदिर का उद्घाटन हुआ।

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    मंदिर में भगवान राम, सीता और लक्ष्मण की प्रतिमाएं स्‍थापित

    खास बात यह है कि 165 फीट ऊंची पहाड़ी पर स्थित इस मंदिर की बाहरी बनावट अयोध्या के श्रीराम मंदिर जैसी है। सोमवार को अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव के दौरान ही यहां भी मंदिर में उद्घाटन, प्राण प्रतिष्ठा व अन्य अनुष्ठान हुए। मंदिर में तीन दिवसीय यज्ञ का भी आयोजन किया गया है, जिसकी पूर्णाहुति 24 जनवरी को होगी। मंदिर में भगवान राम, सीता और लक्ष्मण की 5.5 फुट ऊंची प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। ये प्रतिमाएं राजस्थान से लाई गई हैं।

    2017 में शुरू हुआ था मंदिर बनाने का काम

    इस भव्य मंदिर का निर्माण 2017 में शुरू हुआ था। मंदिर के निर्माण में लगभग 100-150 लोगों ने चार साल तक लगे रहे। मंदिर का निर्माण ओडिशा की पारंपरिक वास्तु शैली में किया गया है। इसकी निर्माण शैली प्रसिद्ध तारा तारिणी मंदिर और कोणार्क के मंदिरों से मेल खाती है। मंदिर का गर्भगृह 65 फीट ऊंचा है।

    मंदिर के स्‍थान का रहा है समृद्ध इतिहास

    वहीं, मुख्य मंदिर के चारों ओर सूर्य देव, भगवान शिव, गणेश और हनुमान को समर्पित चार और मंदिर बनाए गए हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, मंदिर के इस स्थान का समृद्ध इतिहास रहा है। सूखे के समय बारिश के लिए लोग सदियों से इस स्थान पर प्रार्थना करते रहे हैं। प्राचीन काल में इसे गिरि गोवर्धन कहा जाता था।

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