Odisha Train Accident: 'जोर से हुआ धमाका; फिर निकलने लगा धुआं', हादसे के वक्त डरे सहमे यात्री ने बताई आपबीती
Odisha Train Accident ओडिशा के कटक में बेंगलुरु-कामाख्या एक्सप्रेस के 11 डिब्बे पटरी से उतर गए जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई घायल हो गए। हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रेलवे ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। हादसे के दौरान ट्रेन में सवार यात्रियों ने इस घटना की आपबीती सुनाई।

संवाद सहयोगी, कटक। Odisha Train Accident: कटक निर्गुंडी में बेंगलुरु-कामाख्या एसएमवीटी सुपरफास्ट एक्सप्रेस की 11 डिब्बे पटरी से उतर गए। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई, वहीं कई लोग घायल हैं।
बेंगलुरु कामाख्या एक्सप्रेस कटक रेलवे स्टेशन को छोड़ने के कुछ मिनट बाद हादसे का शिकार हुई। उस रेल में सवार होने वाले यात्रियों के मुताबिक, अचानक से धमाके की आवाज आई, फिर धुआं निकलना शुरू हुआ।
'माता रानी ने हमें बचा लिया'
पश्चिम बंगाल अलीपुर के महेश शाह सोनार के मुताबिक, ट्रेन से जोरों की आवाज आने के साथ-साथ धुआं निकलना शुरू हुआ तो, हम लोग काफी डर गए। हम अपने बच्चों के साथ सफर कर रहे थे। धमाके के बाद हम रोने लगे।
जो भी हो माता रानी ने आज हमें बचा लिया है। उनके आरोपों के मुताबिक, रेलवे की लापरवाही के चलते इस तरह का हादसा हुआ है। हादसे के एक डेढ़ घंटे बाद भी रेलवे की ओर से कोई भी उनके पास नहीं पहुंचा।
रेल में सफर करने वाले सभी यात्री फंसे हुए हैं, लेकिन रेलवे से कोई नजर नहीं आ रहा है। महेश के मुताबिक, एक व्यक्ति जो की ट्रेन के अंदर ही था, वह छिटक कर गिरा, जिसके कारण उसकी मौत हो गई।
राहत एवं बचाव कार्य में जुटे एनडीआरएफ कर्मी।
एक अन्य रेल यात्री फारूक के मुताबिक, वह बेंगलुरु से कोलकाता के लिए इस ट्रेन में सफर कर रहे थे। पटरी से रेल गाड़ी के उतरने के घंटों बाद भी रेल यात्रियों के पास रेलवे विभाग का कोई भी कर्मचारी और अधिकारी नहीं पहुंचा।
उन्होंने बताया कि लेकिन फिर बाद में एनडीआरएफ और दमकल विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य में जुट गए।
डरे हुए थे लोग
रेलवे में सफर करने वाले सभी लोग काफी डर गए। फारूक के मुताबिक, रेल में सफर करने वाले बहुत सारे यात्रियों को चोट लगी है, मुझे भी काफी चोट लगी है। मेरे बच्चों को भी चोट लगी है।
घटनास्थल पर जुटी भीड़। (जागरण)
इस हादसे के बाद काफी समय तक किसी के न पहुंचने के कारण ट्रेन में सफर करने वाले लोगों के बीच काफी असंतोष फैला। हालांकि बाद में मौके पर एंबुलेंस की गाड़ी भी पहुंची और घायल होने वाले लोगों को कटक बड़ा मेडिकल भेजा गया।
कटक बड़ा मेडिकल में 12 घायलों को भर्ती किया गया है। इस हादसे में एक ही व्यक्ति की मौत हुई है और उनका घर कोलकाता में है।
अस्पताल पहुंचकर लिया जायजा
इस हादसे के बारे में खबर पाकर कटक मेयर सुभाष सिंह, बारबाटी कटक विधायक सोफिया फिरदौस, चौद्वार कटक के पूर्व विधायक प्रभात रंजन विश्वाल, कटक जिलाधीश दत्तात्रेय भाऊ साहब शिंदे, कटक डीसीपी खिलारी ऋषिकेश द्यानदेव प्रमुख एससीबी मेडिकल में पहुंचकर राहत और बचाव कार्य का जायजा लिया।
यहां तक कि मेडिकल के कुल सचिव सुभाष चंद्र राय भी मौके पर मौजूद रहकर तमाम घायलों की बेहतर इलाज के लिए व्यवस्था करते हुए डॉक्टर को कार्य में तैनात किया। कटक मेयर सुभाष चंद्र सिंह, पूर्व विधायक प्रभात रंजन विश्वाल और विधायक सोफिया फिरदौस के मुताबिक, यह घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
अस्पताल में घायलों का चल रहा इलाज।
उन्होंने कहा कि इस तरह के हादसे को लेकर केंद्र सरकार को खास तौर पर रेल विभाग को काफी गंभीरता के साथ सोच-विचार करना चाहिए एवं इस दिशा में ठोस कदम उठाने की जरुरत है।
आए दिन रेल हादसे में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जिसके कारण लोगों के बीच रेल में सफर करने के लिए डर भरा हुआ है और वह खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। उन्हें डर लग रहा है। ऐसे में रेल यात्रा को सुरक्षित करने के लिए केंद्र रेल विभाग की ओर से और भी कई ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
हालांकि यह हादसा क्यों हुआ, उसके पीछे की वजह क्या है, यह बात किसी को पता नहीं चल पाई है। ईस्ट कोस्ट रेलवे के मुताबिक, जांच पड़ताल के बाद ही इसके बारे में सब कुछ स्पष्ट हो सकेगा ।
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