Odisha B.Ed News: ओडिशा के छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी, अब 12th के बाद कर सकेंगे B.Ed
ओडिशा में शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव हुआ है। अब छात्र प्लस दो के बाद बीएड कर सकेंगे। उच्च शिक्षा विभाग ने आठ शिक्षण संस्थानों के साथ नजदीकी कॉलेजों के एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। इस नए कोर्स का नाम आईटीईपी (इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम) होगा। यह कोर्स चार साल का होगा और इसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत शुरू किया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा में अब छात्र प्लस दो के बाद बीएड (B.Ed) कर सकते हैं। यह निर्णय उच्च शिक्षा विभाग ने लिया है। आठ शिक्षण संस्थानों के साथ नजदीकी कॉलेजों के एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं। उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने उक्त जानकारी दी है।
राज्य में बीएड पाठ्यक्रम के लिए शैक्षणिक योग्यता में बदलाव किया गया है। इसके अलावा, छात्र प्लस दो के बाद बीएड कर सकेंगे। इसके लिए नया कोर्स आईटीईपी आएगा।
राज्य के 16 शिक्षक शिक्षण संस्थानों में से आठ के साथ निकटतम कॉलेज के एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए, जिसमें बीएड की पढ़ाई प्लस 2 के बाद होगी, ग्रेजुएशन के बाद नहीं।
शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम के नाम से नया कोर्स होगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू होने के बाद उच्च शिक्षा विभाग द्वारा कई रचनात्मक कार्यक्रम शुरू किए जा रहे हैं।
आईटीईपी उनमें से एक है। राज्य सरकार के उच्च शिक्षा विभाग ने छात्रों के लाभ के लिए शिक्षक शिक्षण पाठ्यक्रम को पांच साल के बजाय चार साल में पूरा करने का यह निर्णय लिया है।
चार्टर्ड अकाउंटेंसी में महिलाओं की बड़ी भागीदारी
वहीं, दूसरी ओर राउरकेला अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान (आईसीएआई) की राउरकेला शाखा ने राउरकेला के ब्राह्मणी क्लब में बड़े उत्साह के साथ कार्यक्रम मनाया।
इस बार के कार्यक्रम का विषय था "आकांक्षा करें, अनुकूलन करें, प्राप्त करें - अग्रणी परिवर्तन, रुझान स्थापित करना। राउरकेला शाखा के अध्यक्ष, सीए. अनिल शर्मा ने स्वागत भाषण दिया, जिसमें चार्टर्ड अकाउंटेंसी के क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी और अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया गया
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत में कुल 4.5 लाख चार्टर्ड अकाउंटेंट्स में से एक तिहाई महिला सीए हैं।सीए छात्रों में, 43 प्रतिशत महिला आकांक्षी हैं, जो इस पेशे में महिलाओं के प्रवेश की मजबूत प्रवृत्ति को दर्शाता है।
कार्यक्रम का कुशलतापूर्वक समन्वय सीए अश्लेषा साहू द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध लाइफ कोच और वेलनेस प्रोफेशनल बलबिंदर कौर ने कार्य-जीवन संतुलन पर एक व्यावहारिक व्याख्यान दिया, जो करियर और व्यक्तिगत जीवन दोनों में उत्कृष्टता प्राप्त करने का प्रयास करने वाले पेशेवरों के लिए एक आवश्यक पहलू है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।