नेपच्यून के आकार वाले ग्रह पर पानी के आसार
एचएटी-पी-26बी ग्रह के वायुमंडल में हाइड्रोजन और हीलियम मौजूद...
वाशिंगटन, प्रेट्र। वैज्ञानिकों ने नया ग्रह खोजा है। इसका आकार नेपच्यून ग्रह जैसा है। इसके वायुमंडल में पानी की मौजूदगी के स्पष्ट संकेत मिले हैं। इससे ग्रहों की उत्पत्ति और विकास को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिल सकती है।
शोधकर्ताओं ने नासा के हबल और स्पिट्जर स्पेस टेलीस्कोप की मदद से पाया कि दूरस्थ ग्रह एचएटी-पी-26बी का वायुमंडल प्रारंभिक अवस्था में है। यहां हाइड्रोजन और हीलियम मौजूद है। यह ग्रह हमारी धरती से 437 प्रकाश वर्ष दूर है और एक तारे की परिक्रमा करता है। इस तारे की उम्र हमारे सूर्य से करीब दोगुना अधिक है। शोधकर्ताओं ने बताया कि नेपच्यून के आकार वाले इस ग्रह का विस्तार से विश्लेषण किया गया है।
यह ग्रह गर्म अवस्था में है। इसके वातावरण में बादल नहीं हैं लेकिन पानी की मौजूदगी के पुख्ता संकेत मिले हैं। हालांकि इसकी सतह पर पानी होने के आसार नहीं हैं। हमारे सौर मंडल के नेपच्यून और यूरेनस ग्रहों की तुलना में एचएटी-पी-26बी का द्रव्यमान लगभग समान है। इस ग्रह की उत्पत्ति अपने समीप के तारे या अपने सौर मंडल प्रणाली या दोनों से होने का आकलन है। नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर के शोधकर्ता हना वेकफोर्ड ने कहा कि खगोलविदों ने अभी नेपच्यून के आकार वाले ग्रह के वायुमंडल को परखना शुरू किया है और वे सही राह पर आगे बढ़ रहे हैं।
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