अफगानिस्तान की संसद में बोले पीएम मोदी, यारी है ईमान.....
अफगानिस्तान संसद के संयुक्त सत्र को पीएम मोदी ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान और भारत हमेशा से एक दूसरे के करीब रहे हैं। सांस्कृतिक विरासत को साझा करने वाले दोनों मुल्क एक दूसरे के साथ मिलकर आगे बढ़ सकते हैं।
काबुल। पीएम मोदी ने अफगान संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत अफगानिस्तान का हमदर्द है। दोनों देश एक जैसी सांस्कृतिक विरासत को साझा करते हैं। जंजीर फिल्म का जिक्र करते हुय कहा कि जिस तरह से शेर खान ने 'यारी है ईमान मेरा यार मेरी जिंदगी' गाना गाया था ठीक वैसे ही भारत सरकार अाप लोगों के हर कदम पर साथ चलने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि कब एक काबुलीवाला भारत के लोगों का दिल जीतने के लिए भारत के शहरों में आएंगे।
सूफी संत रूमी का दिया हवाला
पीएम ने सूफी संत रूमी का हवाला देते हुए कहा कि शब्दों के जरिए आप अपनी बात कह सकते हैं लेकिन अपनी बात मनवाने के लिए आवाज ऊंची करने की जरूरत नहीं है। इस तरह के संदेश इस महान धरती की देन है। अफगानिस्तान के लोगों ने साहस के साथ दहशतगर्दों का सामना किया लेकिन कभी बंदूक का सहारा नहीं लिया।
अटल ब्लॉक का उद्घाटन मर्मस्पर्शी एहसास
पीएम ने कहा कि अफगानिस्तान में नई संसद सिर्फ एक इमारत नहीं है बल्कि ये दोनों देशों की साझा संस्कृति को बयां कर रही है। उन्होंने कहा कि अटल जी के नाम पर एक ब्लॉक का उद्धघाटन करना दिल को छू लेने वाला एहसास है।जिसके लिए भारत सरकार कृतज्ञ है। पीएम ने कहा कि 11 साल पहले अटल बिहारी वाजपेयी जी ने अऱगानिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति करजई के साथ इस प्रोजेक्ट के बारे में सपना देखा था।
IT का मतलब इंटरनेशनल टेररिज्म नहीं
पीएम मोदी ने अफगानी युवाओं से अपील की कि वे अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद की जगह सुचना प्रौद्योगिकी में हिस्सेदार बनें।उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के छात्रों को स्कॉलरशिप और दूसरी सुविधाओं को देकर हम एक नया इतिहास बनाने की कोशिश कर रहे हैं। पीएम मोदी ने अफगानिस्तान सुरक्षा बलों के शहीद परिवारों के लिए 500 स्कॉलरशिप का ऐलान किया वहीं 1000 पुरानी स्कॉलरशिप को जारी रखने का वादा किया। भारत सरकार अफगानिस्तान के निर्माण में सक्रिय तौर से योगदान दे रही है। और हम अपने संकल्प को आगे भी बढ़ाते रहेंगे।
पाक का नाम लिए बगैर निशाना
पाकिस्तान का नाम लिए बगैर पीएम ने कहा कि कुछ लोग ऐसे हैं जो नहीं चाहते हैं भारत अफगानिस्तान की तरक्की में योगदान दे सके। लेकिन मुझे खुशी है कि आप लोगों की विश्वास की वजह से हम अफगानिस्तान में बेहतर ढंग से काम कर रहे हैं। अफगानिस्तान की तरक्की के लिए ये बेहद जरूरी है कि पडो़स के मुल्क में आतंकवाद की नर्सरी पर लगाम लगे। और ये काम आतंक के स्कूलों को बंद किए बगैर नहीं हो सकता है।
खान अब्दुल गफ्फार खान को किया याद
भारतीय आजादी आंदोलन में खान अब्दुल गफ्फार खान के योगदान को पूरा भारतवर्ष याद करता है।भारत अफगानिस्तान में योगदान करने आया है न कि प्रतिस्पर्धा,हम समस्याओं को उभारने के लिए नहीं आए हैं भारत सरकार भविष्य की बुनियाद रखने आयी है। उन चुनौतियों का सामना करने के लिए आए हैं जिसका सामना अफगानिस्तान कर रहा है।
पीएम मोदी ने अफगानिस्तान की नई संसद का किया उद्घाटन
पीएम ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मध्य एशिया की तरक्की से एशियाई मुल्क दुनिया में तरक्की की एक एक नई कहानी लिखेंगे। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि हर अफगानी परिवार के घरों जल्द ही तरक्की ,खुशहाली और शांति आएगी।
जिर्गा के अध्यक्ष अब्दुल रऊफ ने संसद भवन के निर्माण में भारत की मदद के लिए आभार जताया।
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