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पीएम मोदी ने अफगानिस्तान की नई संसद का किया उद्घाटन

पीएम मोदी ने अफगानिस्तान की नई संसद का उद्घाटन किया। पीएम ने कहा कि अफगानिस्तान में मजबूत लोकतंत्र दक्षिण एशिया समेत दुनिया के लिए बेहद ही जरूरी है।भारत और अफगानिस्तान संबंधों को मजबूत करने की दिशा में इसे एक अहम कदम बताया जा रहा है।

By Lalit RaiEdited By: Published: Fri, 25 Dec 2015 07:44 AM (IST)Updated: Fri, 25 Dec 2015 01:20 PM (IST)
पीएम मोदी ने अफगानिस्तान की नई संसद का किया उद्घाटन

काबुल। प्रधानमंत्री मोदी ने अफगानिस्तान की नई संसद का उद्घाटन किया। संसद को बनाने में करीब 600 करोड़ रूपए की लागत आयी है। भारत के पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर अटल ब्लॉक का भी उद्घाटन किया।अफगानिस्तान संसद के मुख्य ब्लॉक को अटल ब्लॉक का नाम दिया गया है।

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अफगान संसद की खास बातें

1. अफगानिस्तान की संसद का निर्माण भारत ने नौ करोड़ अमेरिकी डॉलर यानी करीब 600 करोड़ रुपए की लागत से किया है। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग(CPWD) का निर्माण कार्य में अहम योगदान रहा है।

2. युद्ध से जूझ रहे अफगानिस्तान में भारत ने मित्रता की मिसाल के तौर पर इस संसद का निर्माण कार्य साल 2007 में शुरू हुआ। इस इमारत को भारत की ओर से अफगानिस्तान को लोकतंत्र की प्रतीकात्मक भेंट बताया जा रहा है।

3. अफगानिस्तान संसद का गुंबद एशिया के दूसरे मुल्कों की संसद भवनों में बने गुंबदों में सबसे बड़ा है।


4. अफगान संसद को 2011 में ही बनकर तैयार होना था, लेकिन कुछ वजहों से चार साल की देरी हुई।

5. भारत और अफगानिस्तान की साझी सांस्कृतिक विरासत को अफगान संसद में जगह दी गयी है।

6. अफगानिस्तान संसद की डिजाइन मुगल और आधुनिक स्थापत्य कला पर आधारित है।संसद भवन के निर्माण में हेरात प्रांत के चेश्त-ए-शरीफ के संगमरमरों का इस्तेमाल किया गया है।

7. संसद भवन के परिसर को A, B, C, D भाग में बांटा गया है। A भाग में लोउर हाउस जिर्गा का निर्माण किया गया है,B भाग में चार मंजिला इमारत है जिसमें जनरल सेशन को आयोजित किया जाएगा। C भाग को एंट्रेंस हॉल के तौर पर जाना जाएगा,जिसमें गुंबद है। गुंबद के निर्माण में स्टेनलेस स्टील और ग्लास का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया गया है।

8. इसके अलावा संसद भवन परिसर में प्रशासकीय भवन, चार सौ लोगों की क्षमता वाले मस्जिद का भी निर्माण किया गया है।

9.संसद भवन को ग्रीन बिल्डिंग का दर्जा दिया गया है।

पीएम मोदी ने राष्ट्रपति अशरफ गनी से मुलाकात की। काबुल में पीएम का शानदार स्वागत किया गया। काबुल में वो अफगान संसद की नई इमारत का उद्घाटन करेंगे। पीएम दो दिवसीय रूस यात्रा के बाद अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पहुंचे।

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भारतीय संसद के निर्माण में खर्च

1. भारतीय संसद को करीब 80 लाख रुपए खर्च हुए थे।

2. 8.3 मिलियन रूपये खर्च करने के बाद 18 जनवरी 1927 को तत्कालीन वाइसरॉय लार्ड इरविन ने उद्घाटन किया।

3.भारतीय संसद को बनाने में लगभग छ: साल लग गये थे

4. संसद भवन की रूप रेखा यानि डिजाइन एडविन लुटियन और हरबर्ट बेकर ने तैयार की थी।

पीएम की अफगान यात्रा की खास बातें


1. अफगानिस्तान को तीन रूसी हेलीकॉप्टर एमआई 25 गनशिप पहुंचाने के दो दिन बाद पीएम की यह यात्रा हो रही है। ये हेलीकॉप्टर मशीन गन, रॉकेट और ग्रेनेड लॉन्चरों से लैस हैं।

2. भारत ने अब तक अफ़ग़ानिस्तान में सड़कें, इमारतें बनाने और वहां के सैन्य बलों को ट्रेनिंग तक ही ख़ुद को सीमित रखा है।
अमेरिका की तरफ से कई बार कहा गया कि भारत, अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान से लड़ने में सैन्य सहयोग दे, लेकिन भारत दूर ही रहा।

3. पाकिस्तान लगातार भारत पर अफ़ग़ानिस्तान में अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश का आरोप लगाता रहा है।

4. भारत ने अफगानिस्तान को मदद और पुनर्निर्माण के लिए 2 अरब डॉलर निवेश कर रखा है, इसके अलावा वहां के अधिकारियों को भारत लगातार ट्रेनिंग देता रहता है।


5. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि मैं काबुल में अपने दोस्तों के बीच पहुंच गया हूं।

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