अमेरिका में ट्रंप युग का आगाज, 45वें राष्ट्रपति पद की ली शपथ
व्हाइट हाउस में एक शानदार कार्यक्रम में शुक्रवार सुबह 11 बजे मुख्य न्यायाधीश जॉन राबर्ट्स ने ट्रंप को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई।
वाशिंगटन, एजेंसी। डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। व्हाइट हाउस में एक शानदार कार्यक्रम में शुक्रवार सुबह 12 बजे (अमेरिका का स्थानीय समय) मुख्य न्यायाधीश जॉन राबर्ट्स ने ट्रंप को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। इससे पहले माइक पेंस ने उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली। शपथ लेने के बाद ट्रंप ने अमेरिकी जनता और पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा का धन्यवाद किया।
अमेरिकी परंपरा के अनुसार उन्होंने ऐतिहासिक लिंकन बाइबिल पर हाथ रखकर शपथ ली। उन्होंने अपनी मां की बाइबिल का भी इस्तेमाल किया। 70 साल के ट्रंप अमेरिका के सबसे ज्यादा उम्र के राष्ट्रपति हैं। ट्रंप ने करीब 10 लाख लोगों के समक्ष शपथ ली। उनसे पहले माइक पेंस ने उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली।
डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद करीब 12 मिनट तक भाषण दिया। 'अमेरिका फर्स्ट' के नारे के साथ अपना भाषण शुरू करते हुए ट्रंप ने कहा कि हम अपने सपनों को साकार करेंगे और आज से एक नए दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि मैं सबकुछ पहले अमेरिकियों के लिए करूंगा। मैं आपको सबकुछ वापस दिलाऊंगा। हम अमेरिकी हाथों से ही अपना देश बनाएंगे। मैं 'बाय अमेरिकन और हायर अमेरिकन' का अनुसरण करूंगा। ट्रंप ने यह कहते हुए अपना भाषण खत्म किया, 'हम अमेरिका को फिर से महान बनाएंगे।'
कट्टर इस्लामिक आतंकवाद का करेंगे खात्मा
राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप ने आतंकवाद पर अपना कड़ा रूख दिखाया। ट्रंप ने कहा कि हम धरती से कट्टर इस्लामिक आतंकवाद को मिटा देंगे। अब बात करने का समय खत्म हो गया है। अब ऐक्शन लिया जाएगा।
आम लोगों को अधिकार का वादा
ट्रंप ने शपथ ग्रहण करने के बाद कहा कि हम अधिकारों को वाशिंगटन डीसी से हस्तांतरित कर आप लोगों को वापस दे रहे हैं। उन्होंने कहा, '20 जनवरी, 2017 को आम लोगों के इस देश का शासक बनने के दिन के तौर पर याद किया जाएगा। आने वाले कई सालों के लिए अमेरिका, दुनिया की दिशा तय करेगा।' नए राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे देश के जिन स्त्री-पुरुषों को भुला दिया गया है, उन्हें अब और नहीं भुलाया जाएगा। इससे फर्क नहीं पड़ता कि सरकार किसकी है? फर्क इससे पड़ता है कि क्या देश पर जनता का नियंत्रण है?
शपथ के लिए बाइबिल की दो कॉपियों का इस्तेमाल
गुरुवार की रात ट्रंप व्हाइट हाउस के निकट सरकारी गेस्ट हाउस में रुके थे। शुक्रवार सुबह में शपथग्रहण से पहले उन्होंने जॉन्स एपिस्कोपल चर्च में जाकर प्रार्थना की। ट्रंप ने शपथग्रहण के लिए बाइबिल की दो प्रतियों का इस्तेमाल किया। इनमें एक बाइबिल अब्राहम लिंकन की और दूसरी उनकी मां की दी हुई है।
जश्न में डूबे समर्थक
ट्रंप के समर्थक पूरी मस्ती में शराब पीते हुए नाच-गा रहे हैं। उनका मानना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर ट्रंप इस भ्रष्ट और आम लोगों की पहुंच से दूर हो चुकी व्यवस्था को पूरी तरह से बदलने में कामयाब होंगे।
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विरोध में मार्च निकाला
ट्रंप के राष्ट्रपति बनने का अमेरिका में अब भी विरोध हो रहा है। शुक्रवार को काले कपड़े पहने कुछ प्रदर्शनकारियों ने वाशिंगटन की सड़कों पर ट्रंप के शपथग्रहण के खिलाफ मार्च निकाला। इस दौरान नारेबाजी करते हुए प्रदर्शनकारियों ने दुकानों में तोड़फोड़ की और कारों के शीशे नष्ट कर दिए। इन लोगों ने व्हाइट हाउस की तरफ जाने वाली कुछ सड़कों को भी जाम कर दिया।
पीएम मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिकी राष्ट्रपति बनने की बधाई दी। पीएम ने लिखा 'अमेरिका का राष्ट्रपति बनने पर डोनाल्ड ट्रंप को बधाई। आगामी वर्षों में अमेरिका को नई उपलब्धियों पर पहुंचाने के लिए शुभकामनाएं।'
Congratulations @realDonaldTrump on assuming office as US President. Best wishes in leading USA to greater achievements in the coming years.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 20, 2017
भावुक हुए ओबामा
आठ साल तक अमेरिका के राष्ट्रपति रहे बराक ओबामा शुक्रवार को ओवल ऑफिस छोड़ते समय भावुक हो गए। इस मौके पर पत्रकारों ने उनसे पूछा कि वे उदास तो नहीं हैं? इस पर उन्होंने कहा, 'बिल्कुल।' जब पत्रकारों ने अमेरिकी जनता के लिए आखिरी शब्द पूछा, तो ओबामा बोले, 'धन्यवाद।' दफ्तर से बाहर आने से पहले ओबामा को डेस्क पर कुछ कागजात रखते हुए देखा गया। इसके बाद वे उपराष्ट्रपति जो बिडेन और उनकी पत्नी जिल बिडेन के साथ शपथग्रहण समारोह में भाग लेने चले गए।
शपथग्रहण में आई हिलेरी
चुनाव अभियान की कड़वाहट को भुलाते हुए हिलेरी क्लिंटन शपथग्रहण समारोह में शामिल हुई। कार्यक्रम में उनके पति और पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भी मौजूद थे। बिल और हिलेरी क्लिंटन पूर्व राष्ट्रपतियों जॉर्ज बुश एवं जिम्मी कार्टर और उनकी पत्नियों के साथ बैठे थे।
बॉलीवुड की भी दिखाई देगी झलक
अमेरिका में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति के 20 जनवरी को शपथ लेने की दो सौ साल से भी ज्यादा पुरानी परंपरा है। कड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच तीन दिनों चलने वाला समारोह गुरुवार को शुरू हो गया। कैपिटल हिल में होने वाले मुख्य समारोह से पहले लिंकन मेमोरियल पर हॉलीवुड के साथ-साथ बॉलीवुड की भी झलक देखने को मिली। पूर्व मिस इंडिया मनस्वी ममगई के नेतृत्व में 30 भारतीय कलाकारों ने प्रस्तुति दी। सात मिनट का यह विशेष कार्यक्रम मुंबई के कोरियोग्राफर सुरेश मुकुंद ने तैयार किया था। नेशनल मॉल में भारतीय मूल के डीजे एवं ड्रमर रवि जाखोटिया ने प्रस्तुति दी।
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