वोटिंग लिस्ट में गड़बड़ी तो नहीं? 'वोट चोरी' के आरोपों के बीच MP में निकाय चुनावों का इंतजार
कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग पर मतदाता सूची में हेरफेर के आरोप लगाए हैं जिसे लेकर राहुल गांधी वोट चोरी का राग अलापते रहे हैं। अब निकाय चुनाव की मतदाता सूची से गड़बड़ी का पता लगाया जाएगा जो 13 नवंबर तक तैयार हो जाएगी। अगर नगरीय निकाय सूची में मतदाताओं के नाम से छेड़खानी हुई तो कांग्रेस का आरोप मजबूत हो जाएगा।

डिजिटल डेस्क, भोपाल। कांग्रेस पार्टी चुनाव आयोग पर पिछले काफी समय से अनगिनत गंभीर आरोप लगा रही है। कांग्रेस का कहना है कि पूरे देश की मतदाता सूची में बड़ी संख्या में हेरफेर हुई है। इसी को आधार बनाकर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अक्सर 'वोट चोरी' का राग अलापते हैं। मगर अब सच जल्द ही सामने आ जाएगा।
मध्य प्रदेश के जिला मुख्यालयों में कांग्रेस 'वोट चोरी' को लेकर रैलियां निकाल रही हैं। मगर, अब मतदाता सूची में गड़बड़ी का पता निकाय चुनाव की सूची से लगाया जाएगा।
कब तक आएगी सूची?
दरअसल निकाय चुनाव की मतदाता सूची भी चुनाव आयोग की वोटिंग लिस्ट के आधार पर ही तैयार की जाती है। ऐसे में 13 नवंबर तक नगरीय निकायों की मतदाता सूची तैयार हो जाएगी। अब सबकी नजर इस लिस्ट पर है।
अगर नगरीय निकाय सूची में मतदाताओं के नाम से छेड़खानी होगी, तो कांग्रेस का आरोप मजबूत हो जाएगा और अगर ऐसा नहीं हुआ, तो इसे कांग्रेस का राजनीतिक एजेंडा माना जाएगा।
दिसंबर में होंगे चुनाव
राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज श्रीवास्तव ने सभी कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मतदाता सूची की शुद्धता पर विशेष ध्यान दें। किसी भी मतदाता का नाम सूची में छूटना नहीं चाहिए । इसी सूची के आधार पर दिसंबर में प्रस्तावित पंचायत एवं नगरीय निकायों के चुनाव होंगे।
राहुल गांधी ने लगाए थे आरोप
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोप लगाए थे। बिहार चुनाव के लिए चुनाव आयोग द्वारा कराए गए गहन पुनरीक्षण को लेकर उन्होंने सवाल उठाए थे। इसके बाद मध्य प्रदेश में भी पार्टी की ओर से वोट चोरी के आरोप लगाए गए थे।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने दावा किया था कि वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश की मतदाता सूची में भी गड़बड़ी हुई थी। विधानसभा चुनाव से पहले जारी की गई अंतिम सूची में 16,05,432 लाख मतदाता बढ़े और मतदाताओं की संख्या 5,60,57,953 हो गई।
सात माह में 4.64 लाख और दो महीने में 16 लाख मतदाता बढ़ना अप्रत्याशित रहा। वहीं भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल का कहना है कि निकार्यों की मतदाता सूची के पुनरीक्षण से दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
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