'ब्रिज को लेकर तीन साल पहले ही की थी शिकायत', वडोदरा पुल हादसे में एक्टिविस्ट का खुलासा; ऑडियो क्लिप वायरल
गुजरात के वडोदरा में महिसागर नदी पर पुल ढहने से मृतकों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है। एक्टिविस्ट लखन दरबार ने दावा किया है कि उन्होंने तीन साल पहले अधिकारियों को पुल की खतरनाक हालत के बारे में बताया था लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई। लखन दरबार और अधिकारी के बीच बातचीत का ऑडियो क्लिप भी वायरल हो रहा है।

पीटीआई, अहमदाबाद। गुजरात के वडोदरा में महिसागर नदी पर बना पुल ढहने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है। अब इस मामले में सरकारी लापरवाही का एंगल सामने आ रहा है। एक एक्टिविस्ट ने दावा किया है कि उसने तीन साल पहले अधिकारियों को पुल की खतरनाक स्थिति के बारे में अवगत कराया था, लेकिन उसकी बात अनसुनी कर दी गई।
'युवा सेना' नामक एक संगठन चलाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता लखन दरबार ने आरोप लगाया कि जब अगस्त 2022 में उसने सरकारी अधिकारियों के सामने मुद्दा उठाया था, तब ही अगर कार्रवाई की गई होती, तो यह हादसा न होता। इस बीच लखन दरबार और अधिकारी के बीच बातचीत का एक ऑडियो क्लिप भी वायरल हो रहा है।
ऑडियो क्लिप हुआ वायरल
इस वायरल ऑडियो क्लिप में लखन आग्रह कर रहे हैं कि पुल की मरम्मत की जाए या नया पुल बनाया जाए। वडोदरा जिला पंचायत सदस्य हर्षद सिंह परमार ने भी पत्र लिखकर पुल की हालत पर चिंता दताई थी। ऑडियो क्लिप में अधिकारी ये स्वीकार करते हुए सुने जा सकते हैं कि पुल ज्यादा समय तक नहीं टिक पाएगा।
बुधवार को पुल के ढहने के बाद लखन दरबार ने मौके पर पहुंचकर आर एंड बी विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। बता दें कि यह पुल आणंद को वडोदरा जिले से जोड़ता था। इस पर हर रोज हजारों वाहन गुजरते थे। लखन दरबार ने बताया लोग काफी समय से पुल में असामान्य कंपन की शिकायत कर रहे थे। लेकिन फिर भी पुल को बंद नहीं किया गया।
वहीं आर एंड बी के वडोदरा डिवीजन के कार्यकारी अभियंता नैनीश नायकवाला ने कहा कि पुल को बंद करने की कोई मांग नहीं की गई थी और सर्वेक्षण के दौरान पुल में कोई समस्या नहीं पाई गई थी। चार दशक पुराने इस पुल का एक हिस्सा बुधवार को ढह गया, जिससे कई वाहन नदीं में गिर गए थे।
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