गुजरात: सूरत में सफर करना अब होगा और भी आसान, कहां तक पहुंचा मेट्रो का काम और कब होगी शुरुआत?
गुजरात के सूरत में मेट्रो का काम तेज़ी से चल रहा है और अगले साल तक पूरा होने की संभावना है। 42 किलोमीटर लम्बी इस परियोजना में 40 स्टेशन होंगे। 2021 में शुरू हुई सूरत मेट्रो का काम दो चरणों में पूरा होगा। सरथाणा से ड्रीम सिटी तक बन रहे कॉरिडोर का 75 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इस परियोजना में 12020 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।

डिजिटल डेस्क, सूरत। गुजरात की टेक्सटाइल सिटी कहे जाने वाले सूरत में जल्द ही मेट्रो दौड़ने वाली है। मेट्रो की मदद से सूरत वासियों के लिए सफर करना अब और भी आसान हो जाएगा। सूरत मेट्रो का काम अगले साल तक पूरा होने की संभावना है, जिसमें कुल 40 स्टेशन होंगे।
2021 में शुरू हुई सूरत मेट्रो का काम 2 चरणों में पूरा होगा। यह मेट्रो 42 किलोमीटर लंबी होगी। मेट्रो का पहला चरण इसी साल मार्च में खुलने की उम्मीद थी। हालांकि, कुछ कारणों से यह समयसीमा बढ़ा दी गई। 2026 में सूरत मेट्रो शुरू की जा सकती है।
कितना पूरा हुआ काम?
सूरत में मेट्रो का काम तेजी से चल रहा है। सरथाणा से ड्रीम सिटी तक 22.7 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर बन रहा है। इसका 75 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। मेट्रो के रूट में 7 किलोमीटर की भूमिगत सुरंग भी है। सूरत में सेंट्रल वेयरहाउस से कापोद्रा तक की सुरंग बन चुकी है। वहीं, चौकबाजार से सूरत रेलवे स्टेशन तक की सुरंग का आधा काम हो गया है।
2021 में हुई थी शुरुआत
सूरत मेट्रो का काम जून 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है। इस पूरी परियोजना में 12,020 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। 2021 में दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) को ही सूरत मेट्रो बनाने का काम सौंपा गया था।
रेड और ग्रीन लाइन होंगी
सूरत मेट्रो में कुल 40 स्टेशन होंगे, इनमें 30 से ज्यादा स्टेशन एलिवेटेड होंगे और कई स्टेशन भूमिगत भी बनाए जाएंगे। 21 किलोमीटर के पहले कॉरिडोर को रेड लाइन के नाम से जाना जाएगा। वहीं, दूसरा कॉरिडोर ग्रीन लाइन कहलाएगा।
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