प्रधान न्यायाधीश की रेस में शामिल जस्टिस चंद्रचूड़ के खिलाफ आरोपों की सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने की निंदा
उच्चतम न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश के बाद वरिष्ठतम न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ पर आरोप लगाए जाने की सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) ने निंदा की है। एसोसिएशन ने उनके खिलाफ पद के दुरुपयोग के आरोप को नाकार दिया है। (फाइल फोटो)

नई दिल्ली, एजेंसी। उच्चतम न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश के बाद वरिष्ठतम न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ पर आरोप लगाए जाने की सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) ने निंदा की है। एसोसिएशन ने उनके खिलाफ पद के दुरुपयोग के आरोप को नाकार दिया है। एसोसिएशन ने कहा कि उनकी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। वहीं, बार काउंसिल आफ इंडिया ने इन आरोपों को पहले ही खारिज कर दिया है।
ओरोपों पर सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन की असहमति
वरिष्ठ वकील विकास सिंह की अध्यक्षता वाले SCBA ने जस्टिस चंद्रचूड़ के खिलाफ राष्ट्रपति और अन्य से शिकायत करने के उस व्यक्ति के प्रयास से असहमति व्यक्त की है जो खुद को तथाकथित 'सुप्रीम कोर्ट एवं हाई कोर्ट याचिकाकर्ता एसोसिएशन' का प्रमुख होने का दावा करता है।
सुप्रीम कोर्ट के 50वें प्रधान न्यायाधीश बन सकते जस्टिस चंद्रचूड़
माना जा रहा है कि जस्टिस यूयू ललित के आठ नवंबर को सेवानिवृत्त होने के बाद जस्टिस चंद्रचूड़ देश के 50वें प्रधान न्यायाधीश होंगे। SCBA का कहना है कि पहली नजर में शिकायत झूठी दिख रही है और जानबूझकर ऐसे समय दायर की गई है जब प्रधान न्यायाधीश के पद पर जस्टिस चंद्रचूड़ की नियुक्ति पर विचार किया जा रहा है।
बार काउंसिल आफ इंडिया पहले ही कर चुका है खारिज
बता दें कि शिकायत में बताए गए तथ्य 11 महीने पुराने हैं। शिकायतकर्ता की विश्वसनीयता भी बहुत कम है और उसे महत्वपूर्ण व्यक्तियों के विरुद्ध बेबुनियाद आरोप लगाने की आदत है। इससे पहले बार काउंसिल आफ इंडिया ने भी कहा था कि देश और बार को जस्टिस चंद्रचूड़ पर पूरा भरोसा है। वह वैश्विक न्यायपालिका के लिए बेहद मूल्यवान हैं।
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