'नेहरू के पत्र- दस्तावेज संग्रहालय को लौटाएं सोनिया गांधी', गजेंद्र सिंह शेखावत ने की अपील
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोनिया गांधी से जवाहरलाल नेहरू के पत्राचार और अन्य दस्तावेजों को प्रधानमंत्री संग्रहालय को लौटाने की अपील की है ...और पढ़ें

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत। (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय सांस्कृतिक एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने रविवार को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के पत्राचार और अन्य दस्तावेजों को प्रधानमंत्री संग्रहालय को लौटाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के दस्तावेजों के तौर पर ये विरासत संग्रहालय की संपत्ति है।
एक विशेष साक्षात्कार में शेखावत ने नेहरू के पत्रों और दस्तावेजों पर बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं लाइब्रेरी (पीएमएमएल), जिसे पहले नेहरू मेमोरियल संग्रहालय व लाइब्रेरी कहा जाता था, उसे पंडित नेहरू के निधन के बाद स्थापित किया गया था। इसके समुचित संचालन के लिए एक सोसाइटी भी बनाई गई थी, लेकिन वह ठीक से काम नहीं कर रही थी। इसके चलते 2023 में एएमएमएल का नाम बदलकर पीएमएमएल कर दिया गया।
'सोनिया गांधी ने 2008 में वापस मंगवाए थे दस्तावेज'
उन्होंने कहा कि 1970 से 90 के बीच के 20 वर्षों में नेहरू से जुड़े सभी गैर आधिकारिक दस्तावेज संग्रहालय लाए गए थे। इसमें लोगों को लिखे उनके व्यक्तिगत पत्र, उनके जवाब और उनकी व्यक्तिगत टिप्पणी और नोट शामिल थे।
उन्होंने कहा कि इसी तरह के तमाम दस्तावेजों को प्रधानमंत्री संग्रहालय में सहेजा गया है। इस तरह लगभग ढाई करोड़ दस्तावेज वहां जमा हैं। इनमें से चार लाख पंडित नेहरू से संबंधित हैं। हालांकि, 2008 में सोनिया गांधी ने पंडित नेहरू के दस्तावेजों को वापस मंगवा लिया था। 57 कार्टन में भरकर 26 हजार दस्तावेजों को संग्रहालय से वापस ले लिया गया था।
'दस्तावेज सुपुर्द करने को लिख चुके हैं चिट्ठियां'
उन्होंने कहा कि हमने उन दस्तावेजों को संग्रहालय के सुपुर्द करने के लिए दो चिट्ठियां लिखी हैं। इन सभी को संरक्षित करने के लिए इनका डिजिटलीकरण किया जाना है।
यह भी पढ़ें: विचार: सामने आनी चाहिए नेहरू की चिट्ठियां, प्रधानमंत्री म्यूजियम भी कर चुका है मांग

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।