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    उत्तर प्रदेश में बिजली पर बढ़ा बवाल, कानपुर बंद

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    Updated: Wed, 27 Aug 2014 08:53 PM (IST)

    बेपटरी बिजली व्यवस्था राज्य सरकार के लिए सिरदर्द बन गई है। आम आदमी सड़क पर आकर बेतहाशा कटौती के विरोध में खड़ा हो गया है। जगह-जगह सरकार विरोधी नारे लग रहे हैं और मुख्यमंत्री का पुतला फूंका जा रहा है। कानपुर में कई दिनों से सुलग रही आग बुधवार को भड़क गई जब पूरा शहर बंद करा दिया गया। इससे करीब एक हजार करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित होने का अनुमान है।

    लखनऊ। बेपटरी बिजली व्यवस्था राज्य सरकार के लिए सिरदर्द बन गई है। आम आदमी सड़क पर आकर बेतहाशा कटौती के विरोध में खड़ा हो गया है। जगह-जगह सरकार विरोधी नारे लग रहे हैं और मुख्यमंत्री का पुतला फूंका जा रहा है। कानपुर में कई दिनों से सुलग रही आग बुधवार को भड़क गई जब पूरा शहर बंद करा दिया गया। इससे करीब एक हजार करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित होने का अनुमान है। जुलूस निकालने और पुतला फूंकने को लेकर पुलिस से झड़पें भी हुई। इधर लखनऊ में भी जबर्दस्त कटौती शुरू हो गई है।

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    कानपुर उद्योग व्यापार मंडल के आह्वान पर थोक बाजार बंद रहे तो फुटकर भी आधा बंद व आधा खुला रहा। व्यापार मंडलों और भाजपा, कांग्रेस, माकपा आदि राजनीतिक दलों व सामाजिक संगठनों ने बंदी का समर्थन किया। पेट्रोल पंप, दवा दुकानें, होटल-रेस्टोरेंट भी अलग-अलग समय पर बंद रहे। नवीन मार्केट, गोविंद नगर में बाजार बंद कराने को लेकर झड़पें हुई तो बड़े चौराहा पर धरना दे रहे पूर्व मंत्री सतीश महाना के नेतृत्व में मुख्यमंत्री का पुतला फूंकने पर समर्थकों व पुलिस में छीनाझपटी हुई। लेकिन, न सरकार चेती और न ही केस्को अफसर। भड़के लोगों का गुस्सा सब स्टेशनों पर फूटा। वहीं, सपाइयों ने केंद्र से बिजली न दिए जाने का आरोप लगा प्रधानमंत्री का पुतला फूंका।

    फतेहपुर में जिलाधिकारी ने बिजली विभाग के भंडार गृह में छापा मारा और नदारद मिले स्टोर प्रभारी एके अंसारी एवं सहायक अभियंता सुनील कुमार को निलंबित करने की संस्तुति की। फर्रुखाबाद में पूरी रात ग्रामीण क्षेत्रों की बिजली गुल रही तो हरदोई में लोगों ने मोमबत्ती मार्च निकाला। रायबरेली में भी घोषित-अघोषित कटौती रही। इटावा में भी रात में चार घंटे कटौती की गई। औरैया के दिबियापुर में लोगों ने वीआइपी इलाकों की बिजली कटवा दी। कन्नौज की बत्ती पनकी कंट्रोल रूम से प्रतिदिन छह घंटे काटी जा रही है। बुंदेलखंड भी बिन बिजली तड़प रहा है। सुलतानपुर में हर आधे घंटे पर हो रही कटौती से क्षुब्ध युवा कांग्रेसियों ने विरोध दर्ज कराया। बाराबंकी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने बिजली विभाग का दफ्तर घेर लिया। लखीमपुर में नाराज लोगों ने बीती रात करीब तीन घंटे मार्ग जाम रखा। गोंडा में गुस्साई महिलाएं सड़क पर आ गईं और गोंडा-फैजाबाद हाई-वे जाम कर दिया। अवध में भी यही हालात हैं।

    पूर्वाचल में धरना-प्रदर्शन और उपकेंद्रों पर तालाबंदी की जा रही है। गत चौबीस घंटे में वाराणसी में महज दस-बारह घंटे ही बिजली रही। मीरजापुर और सोनभद्र में कांग्रेसियों ने धरना-प्रदर्शन किया तो किसानों ने उपकेंद्र घेरा। मऊ और चंदौली में कटौती से गुस्सा है। जौनपुर में वकीलों ने सीएम का पुतला फूंका। आजमगढ़ में भी दस दिनों से आपूर्ति बदतर हो गई है। भदोही में कई जगह चक्का जाम, धरना-प्रदर्शन व पुतला दहन हुआ। गोरखपुर-बस्ती मंडल में बुधवार को भी अघोषित कटौती के खिलाफ लोग सड़क पर उतरे जबकि महराजगंज में जाम लगा दिया गया। संतकबीर नगर निरीक्षण करने पहुंचे विशेष सचिव सौरभ बाबू को ग्रामीणों ने बताया कि मात्र तीन घंटे बिजली मिल रही है, वह भी लो-वोल्टेज। इलाहाबाद में लोगों ने जमकर हंगामा और नारेबाजी की। व्यापारियों ने दुकानें बंद कर दी।

    आगरा में भाजपा ने सड़क पर ताकत झोंक दी। फतेहपुर सीकरी सांसद बाबूलाल के साथ कमिश्नरी घेराव को पहुंचे भाजपाइयों को पुलिस ने अंदर नहीं जाने दिया। हाथापाई हुई। पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया, जिसमें कई कार्यकर्ता लहूलुहान हो गए। पलटवार में कार्यकर्ताओं ने पुलिस कर्मियों को धुन डाला और फिर सैकड़ों की संख्या में गिरफ्तारी दी। मंडल के अन्य जिलों फीरोजाबाद, मथुरा तथा मैनपुरी में भी अंधाधुंध कटौती हुई।

    अमरोहा में लोगों ने बिजली विभाग का पुतला फूंककर विरोध जताया। गुलड़िया बिजलीघर पर हंगामा किया। हसनपुर में भी प्रदर्शन हुआ। अलीगढ़ में कांग्रेसियों ने धरना दिया तो हाथरस में दो बिजलीघरों पर ताला जड़ दिया और बैंक बंद कराकर जमकर हंगामा काटा।

    मेरठ में उ.प्र. उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने एमडी ऑफिस पर प्रदर्शन कर पावर कारपोरेशन का पुतला फूंका। कई बिजलीघरों पर भीड़ ने हंगामा काटा। बिजनौर के अफजलगढ़ में हुए बवाल में पुलिस द्वारा तीन सौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के विरोध में बेमियादी बाजार बंद है।

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