काबा के लिए क, मस्जिद के लिए म और... हिंदी वर्णमाला में धार्मिक एंगल पर मचा बवाल, प्रिंसिपल के खिलाफ जांच के आदेश
रायसेन मध्य प्रदेश के एक कॉन्वेंट स्कूल में प्रिंसिपल द्वारा इस्लामी संदर्भों वाले वर्णमाला चार्ट बांटने पर विवाद हो गया है। शिक्षा विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रिंसिपल आईए कुरैशी ने छात्रों को हिंदी वर्णमाला चार्ट दिए थे जिनमें क का अर्थ काबा बताया गया था। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने प्रदर्शन किया।

पीटीआई, रायसेन। मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में एक एक कॉन्वेंट स्कूल के प्रिंसिपल की ओर से कथित तौर पर इस्लामी संदर्भों वाले वर्णमाला चार्ट वितरित किए जाने के बाद विवाद खड़ा हो गया, जिसके बाद शिक्षा विभाग ने जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि बेबी कॉन्वेंट स्कूल के प्रिंसिपल आईए कुरैशी ने कथित तौर पर छात्रों को हिंदी वर्णमाला चार्ट दिए, जिनमें 'क' का अर्थ 'काबा', 'म' का अर्थ 'मस्जिद' और 'न' का अर्थ 'नमाज' था। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया और कुरैशी का घेराव किया।
पुलिस का क्या कहना है?
उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) प्रतिभा शर्मा ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने स्थिति पर काबू पा लिया। शर्मा ने कहा, "मामला शिक्षा विभाग से संबंधित है और इसे जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) को भेज दिया गया है।"
डीईओ डी डी रजक ने कहा कि आरोपों की जांच की जा रही है। उन्होंने आगे कहा, "शिक्षा विभाग के दिशानिर्देशों के अनुसार, किसी विशेष धर्म के धार्मिक प्रतीकों वाली अध्ययन सामग्री स्कूलों में नहीं पढ़ाई जा सकती।"
प्रिंसिपल कुरैशी ने मानी अपनी गलती
प्रिंसिपल कुरैशी ने अपनी अनजाने में हुई गलती स्वीकार करते हुए कहा कि उर्दू-हिंदी मिश्रित पहाड़े वाली ऐसी एक-दो किताबें छात्रों तक पहुंची थीं। उन्होंने दावा किया कि वर्णमाला के चार्ट भोपाल से मंगवाए गए थे और विक्रेता की गलती के कारण, मदरसों में आमतौर पर इस्तेमाल होने वाली तीन-चार ऐसी चीजें शामिल कर दी गईं।
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