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    नसबंदी वाली महिलाओं को खिलाई गई गोली में चूहेमार दवा !

    By vivek pandeyEdited By:
    Updated: Sat, 15 Nov 2014 01:26 PM (IST)

    स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर सिप्रोसीन में चूहा मार दवा मिलने की पुष्टि की है। इसके बाद महावर कंपनी की 43 लाख 34 हजार टेबलेट को जब्त किया गया है।

    बिलासपुर(निप्र)। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर सिप्रोसीन में चूहे मार दवा मिलने की पुष्टि की है। इसके बाद महावर कंपनी की 43 लाख 34 हजार टेबलेट को जब्त किया गया है। शुक्रवार को अपोलो में पत्रकारों से चर्चा करते हुए डॉ. शुक्ला ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा मेसर्स महावर फार्मा प्राइवेट लिमिटेड खम्हारडीह रायपुर द्वारा निर्मित सभी प्रकार की औषधियों के विक्रय और वितरण पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया गया है।

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    उन्होंने आम जनता से अपील भी की है कि कोई भी व्यक्ति महावर फार्मा की किसी भी प्रकार की दवा का सेवन न करें। यह उनके स्वास्थ्य के लिए घातक हो सकता है। महावर फार्मा की दवा मिलने पर तत्काल इसकी सूचना जिला व स्थानीय प्रशासन को दें, ताकि उसे जब्त किया जा सके। डॉ. शुक्ला ने बताया कि जिले के पेंडारी और गौरेला नसबंदी शिविर में ऑपरेशन के बाद महिलाओं को महावर फार्मा प्राइवेट लिमिटेड खम्हारडीह रायपुर की सिप्रोसीन 500 एमजी टेबलेट भी दी गई थी।

    जब महावर फार्मा की जांच की गई तो वहां से चूहे मारने की दवा भी प्राप्त हुई है, जिसमें जिंक फास्फाइड का उपयोग किया जाता है। सिप्रोसीन दवा के सेवन के बाद महिलाओं में जिस तरह के लक्षण दिखे, उसी तरह के लक्षण जिंक फास्फाइड के सेवन में भी पाए जाते हैं। इससे प्रथमदृष्टया यह कहा जा सकता है कि जिंक फास्फाइड के सेवन के कारण महिलाओं की सेहत इतनी खराब हुई है।

    डॉ. शुक्ला ने कहा कि दवा के सेंपल, कोलकाता, दिल्ली और नागपुर की लैब में टेस्ट के लिए भेजे गए हैं। साथ ही जिन महिलाओं की इस दवा के सेवन से मृत्यु हुई है, उनकी बिसरा जांच के लिए भेजी गई है। इन संस्थाओं से जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद ही अंतिम रूप से यह बताया जा सकेगा कि महिलाओं का स्वास्थ्य किस कारण से बिगड़ा था। इसी कड़ी में महावर फार्मा की सिप्रोसीन 500 एमजी की दो लाख टेबलेट तथा सभी प्रकार की 43 लाख 34 हजार टेबलेट को जब्त किया गया है। इसमें 13 लाख 34 हजार टेबलेट शासकीय अस्पतालों से तथा 30 लाख निजी चिकित्सा संस्थानों व दवा दुकानों से जब्त किया गया है।

    राहुल ने लिया हाल

    कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी शनिवार को छत्तीसगढ़ पहुंचे। उन्होंने इस दौरान प्रभावित लोगों और उनके परिजनों से मुलाकात की। राहुल गांधी ने कहा कि यह स्थिति लापरवाही की हद है।

    स्वास्थ्य सचिव पहुंचे शिविर स्थल

    स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने शुक्रवार की दोपहर नेमीचंद जैन हॉस्पिटल(नसबंदी शिविर स्थल) का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने खुली खिड़की से ऑपरेशन थिएटर का हाल देखा। साथ ही इसे लेकर संयुक्त संचालक स्वास्थ्य से जवाब-तलब भी किया। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. शुक्ला ने गुरुवार की रात सिम्स में मरीजों का हाल-चाल जाना।

    इसके बाद शुक्रवार की दोपहर एक बजे के करीब स्वास्थ्य संचालक आर प्रसन्ना, संयुक्त संचालक डॉ. अमर सिंह ठाकुर, निलंबित बीएमओ प्रमोद तिवारी को साथ लेकर पेंडारी गांव स्थित नेमीचंद कैंसर हॉस्पिटल पहुंचे। जहां पर बीते 9 नवंबर को नसबंदी शिविर लगया गया था। यहां पर ऑपरेशन थिएटर, वार्ड आदि को सील कर दिया गया है। इसके बाद डॉ. शुक्ला ने ऑपरेशन थिएटर की खुली खिड़की से जायजा लिया। इस दौरान गंदगी आदि को लेकर संयुक्त संचालक डॉ. अमर सिंह से जवाब-तलब किया।

    (साभार : नई दुनिया)

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