कुशीनगर में दो घंटे में 42 नसबंदी, महिलाओं को फर्श पर लिटाया
लखनऊ। छत्तीसगढ़ में नसबंदी के बाद 12 महिलाओं की मौत पर भी उत्तर प्रदेश का स्वास्थय महकमा जरा भी न
लखनऊ। छत्तीसगढ़ में नसबंदी के बाद 12 महिलाओं की मौत पर भी उत्तर प्रदेश का स्वास्थय महकमा जरा भी नहीं चेता। कुशीनगर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नेबुआ नौरंगिया पर कल नसबंदी के बाद 42 महिलाओं को जमीन पर लिटाया गया। चिकित्सकों की इस लापरवाही के बाद महिलाओं के घरवालों ने इसके विरोध में प्रदर्शन भी किया।
करीब पन्द्रह दिन पहले स्वास्थ्य केंद्र पर महिलाओं की नि:शुल्क नसबंदी के लिए सूचना प्रसारित की गई थी। यहां कल जरूरतमंद महिलाएं परिवारवालों के साथ नसबंदी के तय समय दस बजे पहुंच गईं, लेकिन डाक्टरों की टीम पाच घटा देरी से दिन में तीन बजे पहुंची। टीम ने आते ही पांच घंटे विलंब को कवर करना शुरू किया। इनको देखते ही सैकड़ों महिलाएं जुट गई। स्वास्थ्य कर्मियों ने चिह्नित महिलाओं को इंजेक्शन लगाया और डाक्टरों ने आनन-फानन में 42 महिलाओं का आपरेशन कर डाला।
इसके बाद शुरू हो गई लापरवाही। स्वास्थ्य कर्मियों ने नसबंदी की हुई महिलाओं को एक किनारे से फर्श पर लिटा दिया। जमीन पर न तो गद्दा बिछाया, न ही ठंड के मौसम में चटाई ही डाली गई थी। नीचे पसरी गंदगी व्यवस्था को कोस रही थी तो स्वास्थ्य के नाम पर लाखों रुपये पानी की तरह बहाए जाने की कलई खुलकर सामने आई। तीमारदारों ने इसका विरोध किया और आपत्ति जताई तो यहा के स्वास्थ्य कर्मियों ने उनके साथ खूब धक्का-मुक्की भी की।
होगी जाच
नेबुआ नौरगिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर नसबंदी में बरती गई लापरवाह की बाबत प्रभारी मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एके झा ने कहा मामला गंभीर है। इसकी जाच कराई जाएगी। कहा कि शिविर का आयोजन पूर्व घोषित था तो मुकम्मल इंतजाम क्यों नहीं किया गया यह जाच के अहम बिंदु हैं।