'किसी को गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए', पुतिन की भारत यात्रा पर गदगद कांग्रेस नेता; चीन-US को सुनाया
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने पुतिन की भारत यात्रा पर खुशी जताते हुए कहा कि किसी को गलतफहमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने भारत-रूस संबंधों को अहम बताया और चीन ...और पढ़ें
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रूस के राष्ट्रपति की दो दिवसीय भारत यात्रा। (फोटो- रॉयटर्स)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस समय भारत की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। गुरुवार को दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने पुतिन का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति को भगवद गीता का रूसी अनुवाद भेंट किया।
पुतिन के भारत दौरे पर पूरी दुनिया की नजर है। इस बीच कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इस दौरे को खास बताते हुए रूस की खूब तारीफ की है। थरूर ने कहा कि जहां पूरी दुनिया में उथल-पुथल की स्थिति है, ऐसे में रूस हमेशा से भारत के साथ खड़ा रहा, इसको नहीं भूला जाना चाहिए।
थरूर ने जमकर की पुतिन की प्रशंसा
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की जमकर तारीफ की है। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए थरूर ने कहा कि तेल और गैस से लेकर डिफेंस इक्विपमेंट तक रूस भारत के साथ खड़ा रहा है और दोनों देशों के बीच रिश्ते भारत के US और चीन के साथ रिश्तों से अलग हैं।
पुतिन के दौरे को थरूर ने बताया अहम
थरूर ने कहा कि पुतिन का ये भारत दौरा बेहद जरूरी समय पर हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह दौरा काफी अहम है। आज की उथल-पुथल भरी दुनिया में जहां बहुत सारे रिश्ते अनिश्चित हो गए हैं, हमारे मौजूदा रिश्तों को मजबूत करना जरूरी हो जाता है। उन्होंने कहा हाल के वर्षों में रूस की दोस्ती की कीमत साबित हुई है।
थरूर का कहना है कि दो मामलों में रूस ने भारत का साथ दिया है। हाल के सालों में हमें रूस से बहुत सारा तेल और गैस मिला है और रूस से डिफेंस इम्पोर्ट की कीमत एक बार फिर ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दिखाई दी, जब S-400 ने हमें कई पाकिस्तानी मिसाइलों से बचाया।
थरूर ने कहा- किसी को गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए...
वहीं, विदेश नीति पर भारत के नजरिए पर जोर देते हुए शशि थरूर ने कहा कि नई दिल्ली स्ट्रेटेजिक ऑटोनॉमी और इंडिपेंडेंट बाइलेटरल रिश्ते बनाए रखती है। थरूर ने कहा कि किसी को यह गलतफहमी नहीं होनी चाहिए कि इससे दूसरे देशों के साथ हमारे रिश्तों पर असर पड़ेगा, क्योंकि भारत में अलग-अलग सरकारों के साथ इंडिपेंडेंट रिश्ते रखने की क्षमता है। हम एक ऐसा देश हैं जिसने हमेशा सॉवरेन ऑटोनॉमी में विश्वास किया है। हमारी दोस्ती, हमारी पार्टनरशिप और हमारे राष्ट्रीय हितों को तय करने की हमारी ऑटोनॉमी हमारे DNA में है। (समाचार एजेंसी एएनआई के इनपुट के साथ)

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