जब संसद में PM मोदी ने 'हुआ तो हुआ' का किया जिक्र, बोले- अमेरिका में बैठे हैं कांग्रेस के एक मार्गदर्शक...
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी में बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा पर परोक्ष निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के एक मार्गदर्शक अमेरिका में बैठे हुए हैं जो कांग्रेस परिवार के बहुत करीबी हैं। उन्होंने अभी-अभी संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के योगदान को छोटा करने का भरपूर प्रयास किया है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी में बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए कांग्रेस को खूब खरी-खरी सुनाई। इस दौरान पीएम मोदी ने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा पर परोक्ष हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के एक मार्गदर्शक (सैम पित्रोदा) अमेरिका में बैठे हुए हैं, जो पिछले चुनाव में 'हुआ तो हुआ' के लिए फेमस हो गए थे और वह कांग्रेस परिवार के बहुत करीबी हैं।
PM मोदी ने क्या कुछ कहा?
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के करीबी ने अभी-अभी संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के योगदान को छोटा करने का भरपूर प्रयास किया है।
दरअसल, सैम पित्रोदा ने हाल ही में एक राजनीतिक कार्यकर्ता सुधींद्र कुलकर्णी के एक लेख को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था जिसमें कहा गया था कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने संविधान के निर्माण में बाबा साहेब से ज्यादा योगदान दिया था। हालांकि, बाद में उन्होंने पोस्ट को डिलीट कर दिया था।
कांग्रेस के एक मार्गदर्शक अमेरिका में बैठे हुए हैं, जो कांग्रेस परिवार के बहुत करीबी हैं।
उन्होंने अभी-अभी संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर के योगदान को छोटा करने का भरपूर प्रयास किया है।
- पीएम श्री @narendramodi
पूरा वीडियो देखें: https://t.co/XmgzX1fkjm pic.twitter.com/N38NecJDcy— BJP (@BJP4India) February 7, 2024
'अंग्रेजों से प्रभावित थी कांग्रेस'
पीएम मोदी इसी वाकये का उल्लेख कर कांग्रेस पर जमकर बरसे। साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर अंग्रेजों से प्रभावित होने का भी आरोप लगाते हुए कई सवाल दागे। उन्होंने पूछा कि अंग्रेजों से कौन प्रेरित था? आजादी के बाद भी देश में गुलामी की मानसिकता को किसने बढ़ावा दिया? अगर आप अंग्रेजों से प्रभावित नहीं थे तो अंग्रेजों की बनाई दंड संहिता आपने क्यों नहीं बदली? उन्होंने कहा,
अगर आप अंग्रेजों से प्रभावित नहीं थे तो अंग्रेजों के जमाने के सैकड़ों कानून क्यों चलते रहे? अगर आप प्रभावित नहीं थे तो लाल बत्ती संस्कृति क्यों चलती रही?