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Parliament Monsoon Session 2022: मानसून सत्र के दौरान लोकसभा ने जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे को दी श्रद्धांजलि, भारत ने खोया एक सच्चा दोस्त: OM Birla

शिंजो आबे जापान के ऐसे प्रधानमंत्री रहे हैं जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान सबसे ज्यादा भारत का दौरा किया। पहली बार शिंजो आबे अपने पहले प्रधानमंत्री कार्यालय (2006-07) के दौरान भारत आए थे। इसके बाद 2012 से 2022 तक उन्होंने तीन बार भारत का दौरा किया।

By Piyush KumarEdited By: Published: Mon, 18 Jul 2022 02:18 PM (IST)Updated: Mon, 18 Jul 2022 02:18 PM (IST)
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पूर्व जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे को श्रद्धांजलि दी। (फाइल फोटो)

 नई दिल्ली, एजेंसियां। संसद का मानसून सत्र सोमवार को शुरू हुआ। संसद सत्र के दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को श्रद्धांजलि दी। समाचार एजंसी एएनआइ के मुताबिक, ओम बिरला ने कहा, ' अत्यंत दुख के साथ मुझे यह सूचित करना पड़ रहा है कि जापान के प्रधानमंत्री शिंजो का निधन हो गया है। यह सदन उन्हे भावभीनी श्रद्धांजलि देती है।' जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे का 8 जुलाई को एक राजनीतिक रैली को संबोधित करते दौरान प्राणघातक हमले में निधन हो गया था। बता दें कि आबे जापान के ऐसे प्रधानमंत्री रहे हैं, जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान सबसे ज्यादा भारत का दौरा किया। पहली बार शिंजो आबे अपने पहले प्रधानमंत्री कार्यालय (2006-07) के दौरान भारत आए थे। इसके बाद 2012 से 2022 तक उन्होंने तीन बार भारत का दौरा किया।

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आबे ने  भारत और जापान को 'दोस्त' माना: लोकसभा अध्यक्ष

लोकसभा अध्यक्ष ने आगे कहा, 'शिंजो आबे ने विभिन्न हितों का समर्थन किया जो भारत के लिए फायदेमंद थे। उन्होंने एशिया के दो प्रमुख लोकतांत्रिक देश यानी भारत और जापान को 'दोस्त' माना, जिसका परिणाम है कि भारत और जापान के बीच कूटनीतिक संबंध मजबूत हो गए।

उन्होंने आगे कहा, 'एक तरफ जापान ने एक दूरदर्शी नेता खो दिया वहीं, दूसरी तरफ भारत ने एक सच्चा दोस्त खो दिया है। आबे को काम और उनकी महानता के लिए हमेशा याद किया जाएगा। यह सदन शिंजो आबे के निधन पर हार्दिक संवेदना व्यक्त करता है और आशा करता है कि भगवान मृतकों के परिवारों और परिजनों को शक्ति प्रदान करे।'

आज हो रहा है राष्ट्रपति चुनाव

संसद का मानसून सत्र आज शुरू हो गया और यह 12 अगस्त तक चलेगा। सत्र के दौरान 18 बैठकें होंगी। यह सत्र इस तथ्य को देखते हुए महत्वपूर्ण है कि इस अवधि के दौरान राष्ट्रपति चुनाव और उपराष्ट्रपति चुनाव होंगे। राष्ट्रपति का चुनाव आज हो रहा है जबकि उपराष्ट्रपति का चुनाव छह अगस्त को होगा। सत्र में पारिवारिक न्यायालय (संशोधन) विधेयक, वन (संरक्षण) संशोधन विधेयक, प्रेस और पत्रिका पंजीकरण विधेयक सहित विभिन्न विधेयकों पर चर्चा किए जाने की संभावना है।


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