Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    PM-eBus Sewa: पीएम ई-बस योजना से खटारा बसों से मुक्ति का मौका, राज्यों को दिया गया यह प्रस्ताव

    By Jagran NewsEdited By: Anurag Gupta
    Updated: Fri, 22 Sep 2023 09:14 PM (IST)

    राज्य अगर चाहें तो वे केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना का लाभ उठाकर अपनी खटारा और प्रदूषणकारी बसों से मुक्ति पा सकते हैं। आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने इस योजना के संदर्भ में राज्यों से जो दिशा-निर्देश साझा किए हैं। बता दें कि केंद्र सरकार ये बसें प्रतिस्पर्धा के माडल के आधार पर देगी यानी राज्यों अथवा शहरों को कई कसौटियों पर अपने प्रस्ताव देने होंगे।

    Hero Image
    पीएम ई-बस योजना से खटारा बसों से मुक्ति का मौका (फाइल फोटो)

    मनीष तिवारी, नई दिल्ली। राज्य अगर चाहें तो वे केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना का लाभ उठाकर अपनी खटारा और प्रदूषणकारी बसों से मुक्ति पा सकते हैं। आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने इस योजना के संदर्भ में राज्यों से जो दिशा-निर्देश साझा किए हैं, उसमें इस आशय का प्रस्ताव किया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह योजना 169 शहरों में सार्वजिनक परिवहन के ढांचे को दुरुस्त करने के लिए घोषित की गई है और इसके तहत राज्यों से बसों के आवंटन के लिए प्रस्ताव मांगे गए हैं। पहले चरण में इस योजना के तहत केंद्र सरकार राज्यों को दस हजार इलेक्ट्रिक बसें उपलब्ध कराएगी।

    यह भी पढ़ें: शर्तों के साथ राज्यों को मिलेंगी पीएम ई बसें, निजी ऑपरेटरों पर अंकुश लगाने के करने होंगे प्रबंध

    राज्य सरकार की आनाकानी

    दिशानिर्देश के अनुसार, जो राज्य अथवा शहरी निकाय पंजीकृत वाहन स्क्रैपिंग सुविधा केंद्रों से बसों के स्क्रैप किए जाने का प्रमाणपत्र प्रस्तुत करेंगे, उन्हें उतनी ही संख्या में बसें इस योजना के तहत आवंटित की जा सकती हैं। यह कदम इस लिहाज से अहम है, क्योंकि ज्यादातर राज्य अपनी खटारा बसों को बेड़े से हटाने में आनाकानी कर रहे हैं। इसके लिए उनके पास नई बसों की खरीद के लिए पर्याप्त फंड नहीं होने की दलील भी दी जा रही है।

    केंद्र सरकार ने अपनी वाहन स्क्रैपिंग नीति के तहत इस साल एक अप्रैल से 15 साल पुराने सभी सरकारी वाहन अनिवार्य रूप से स्क्रैप किए जाने के लिए कहा है, जिनमें परिवहन निगमों और शहरों में संचालित की जाने वाली निकायों की बसें भी शामिल हैं।

    राज्यों को नई और साफ-स्वच्छ ऊर्जा से चलने वाली बसें उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार ने जो पीएम ई-बस योजना घोषित की है। उसके तहत पूरी तरह केंद्रीय फंडिंग वाली बसें शहरों में सार्वजनिक परिवहन के लिए दी जाएंगी।

    यह भी पढ़ें: अगले पांच महीनों में सड़कों पर दौड़ेंगी 10 हजार इलेक्ट्रिक बसें, पीएम ई-बस सेवा 100 शहरों में होगी शुरू

    रखरखाव के ढांचे की तैयारी में मदद करेगा केंद्र

    केंद्र सरकार ये बसें प्रतिस्पर्धा के माडल के आधार पर देगी यानी राज्यों अथवा शहरों को कई कसौटियों पर अपने प्रस्ताव देने होंगे। खास बात यह है कि केंद्र सरकार राज्यों को सिर्फ नई बसों की खरीद के लिए फंड ही उपलब्ध नहीं कराएगी, बल्कि शहरों में बसों डिपो और चार्जिंग समेत रखरखाव के ढांचे की तैयारी में भी सहायता देगी।