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    'घुटनों तक कीचड़, पूरी तरह से ढही सुरंग', SDRF ने कहा- अंदर जाने का कोई विकल्प नहीं

    Updated: Sun, 23 Feb 2025 08:04 AM (IST)

    तेलंगाना में सुरंग में फंसे आठ लोगों को अभी तक बाहर निकाला नहीं जा सका है। सभी लोग सुरंग में लगभग 14 किमी अंदर फंसे है। सुरंग का तीन मीटर हिस्सा पूरी तरह से ढह गया है। अंदर कीचड़ भी भरा है। इस वजह से सुरंग के अंदर जाना बेहद मुश्किल हो रहा है। अब अन्य विकल्प पर टीमें जुटी हैं।

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    घटनास्थल पर मौजूद एनडीआरएफ टीम। ( फोटो- एएनआई )

    एएनआई, नगरकुरनूल। तेलंगाना सुरंग हादसे में बचाव अभियान में जुटी टीम को बड़ा झटका लगा है। सुरंग पूरी तरह से ढह चुकी है। घुटनों तक कीचड़ भरा है। इस वजह से सुरंग के अंदर जाना बेहद मुश्किल हो रहा है। अब बचाव टीम अन्य विकल्प की तलाश में जुटी है।

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    उधर, भारतीय सेना ने अपने इंजीनियर टास्क फोर्स को भी अलर्ट रखा है। सुरंग के अंदर आठ लोगों के फंसे होने की आशंका है। राहत एवं बचाव कार्य में राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीमें जुटी हैं।

    शनिवार की सुबह हुआ हादसा

    एसडीआरएफ के एक अधिकारी ने बताया कि सुरंग के अंदर जाने का कोई विकल्प नहीं है। सुरंग पूरी तरह से ढह चुकी है। घुटनों तक कीचड़ है। हमें अन्य विकल्प पर काम करना होगा।

    बता दें कि शनिवार की सुबह तेलंगाना के नगरकुरनूल जिले में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) सुरंग का निर्माणाधीन तीन मीटर हिस्सा ढह गया है। बताया जा रहा है कि लंबे समय से सुरंग का काम लटका था। काफी समय बाद दोबारा शुरू किया गया तो चार दिन बाद ही यह दर्दनाक हादसा हो गया।

    पीएम ने की सीएम से बात

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से बात की। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री को राहत एवं बचाव कार्य में केंद्र सरकार की ओर से पूरी सहायता का आश्वासन दिया।

    स्टैंडबाय पर सेना की टीम

    सेना ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीमों को घटनास्थल पर तैनात किया गया। सिकंदराबाद में तैनात भारतीय सेना की एक इंजीनियर रेजिमेंट को स्टैंडबाय पर रखा गया।

    टीम सेना चिकित्सा कोर के फील्ड एंबुलेंस से एक चिकित्सा टुकड़ी, एक एंबुलेंस, तीन उच्च क्षमता वाले पंपिंग सेट, बख्तरबंद होज और अन्य सहायक उपकरणों से लैस है। तेलंगाना के मुख्य सचिव ने सेना से अनुरोध किया था। इसके बाद सेना ने अपने इंजीनियर टास्क फोर्स (ETF) को तुरंत सक्रिय किया।

    60 लोग कर रहे थे काम

    नगरकुरनूल से कांग्रेस सांसद मल्लू रवि ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण हादसा है। सुरंग की छत गिर गई। करीब 60 लोग काम कर रहे थे। आठ लोग फंसे हैं। बाकी सभी लोग सुरंग से सुरक्षित भागने में सफल रहे हैं। हैदराबाद से एनडीआरएफ के 145 और एसडीआरएफ के 120 लोग आए हैं।

    वे बचाव अभियान में जुटे हैं। सुरंग के अंदर ऑक्सीजन जा रही है। अंदर पानी है। उसे निकालने के लिए 100 एचपी का पंप आ रहा है। एक बड़ा 250 केवी का जनरेटर भी आ रहा है। अंदर फंसे लोगों की जान बचाने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है।

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