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    IMD Alert: मौसम विभाग कब जारी करता है रेड, येलो और ऑरेंज अलर्ट? क्या होता है इनका मतलब

    By Shashank MishraEdited By: Shashank Mishra
    Updated: Tue, 04 Jul 2023 11:30 PM (IST)

    मौसम विभाग( Meteorological Department) मौसम की स्थिति को देखकर लोगों को अलर्ट करने के लिए येलो (Yellow) ऑरेंज (Orange) और रेड (Red) अलर्ट जारी करता है। इन सभी अलर्ट के अपने अलग-अलग मायने होते हैं। इस प्रकार के अलर्ट जारी करने के पीछे सरकार का मसकद जान और माल के नुकसान को कम करना होता है। आइए जानते है कि ये अलर्ट कब जारी किए जाते है।

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    मौसम विभाग कब जारी करता है रेड, येलो और ऑरेंज अलर्ट।

    नई दिल्ली, शशांक शेखर मिश्रा। मानसून (Monsoon) के सक्रिय होने के बाद देश के कई हिस्सों में कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश का दौर जारी है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने जुलाई के महीने में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

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    मौसम विभाग कुछ जगहों के लिए कभी येलो तो कुछ जगहों के लिए ऑरेंज के साथ-साथ रेड अलर्ट भी जारी करता है। क्या आपको पता है कि मौसम विभाग किस परिस्थिति में कौन सा अलर्ट जारी करता है? आइए इस लेख के जरिए जानते है कि ये अलर्ट कब और क्यों जारी किए जाते है.....

    येलो अलर्ट (Yellow Alert)

    खराब मौसम के बारे में बताने के लिए मौसम विभाग की ओर से येलो अलर्ट जारी किया जाता है। येलो अलर्ट का मतलब होता है कि मौजूदा स्थिति में खतरा नहीं है, लेकिन कभी भी मौसम की खतरनाक स्थिति आपके सामने आ सकती है, इसके लिए तैयार रहें। येलो अलर्ट जारी करने का मकसद वास्तव में लोगों को सतर्क करना होता है।

    इसके मुताबिक आपको तुरंत कोई खतरा नहीं होता, लेकिन मौसम के हाल को देखते हुए सावधान रहना चाहिए। इस प्रकार की चेतवानी में 7.5 से 15 मिमी. की भारी बारिश होती है जो कि अगले 1 या 2 घंटे तक जारी रहने की संभावना होती है जिसके कारण बाढ़ आने की संभावना रहती है।

    ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert)

    ऑरेंज अलर्ट का अर्थ होता है कि मौसम खराब हो चुका है। तो ऐसे में अब आपको सिर्फ नजर बनाकर नहीं रखनी है, बल्कि बाहर जाने से भी बचना चाहिए और अगर जाना जरूरी हो तो अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। इस प्रकार के अलर्ट जारी किये जाने पर चक्रवात में हवा की स्पीड लगभग 65 से 75 किमी. प्रति घंटा होती है और अधिकतम 33 मिमी. की बारिश होने की संभावना रहती है। इस अलर्ट में प्रभावित क्षेत्र में खतरनाक बाढ़ आने की भी संभावना होती है।

    रेड अलर्ट (Red Alert)

    मौसम के बहुत ज्‍यादा खराब होने की आशंका पर मौसम विभाग की तरफ से रेड अलर्ट जारी किया जाता है। ये मौसम की खतरनाक स्थिति का संकेत होता है। रेड अलर्ट लोगों को सचेत करने के लिए जारी किया जाता है कि अब आपको अपनी सुरक्षा का ध्यान रखते हुए नियमों का पालन करना चाहिए। हालांकि, बेहद गंभीर स्थितियों में रेड अलर्ट जारी किया जाता है। इस प्रकार के अलर्ट की घोषणा तभी की जाती है जब 30 मिमी. से अधिक बारिश के होने की संभावना होती है।

    अलर्ट घोषित होने पर लोगों को कई प्रकार की सावधानियां बरतीं चाहिए:

    • अलर्ट जारी होने की स्थिति में लोगों को सबसे पहले अपने घर पहुंचना चाहिए और सुरक्षित स्थानों पर ही रहना चाहिए।
    • अलर्ट की जानकारी के लिए पोर्टेबल रेडियो और मोबाइल के जरिए अपडेट लेते रहना चाहिए।
    • घर की लाइट और गैस कनेक्शन को कम से कम इस्तेमाल करना चाहिए।
    • दरवाजे और खिड़कियों से दूर रहना चाहिए और उन्हें बंद रखना चाहिए।
    • अलर्ट जारी होने पर अपना मेडिकल किट अपने साथ रखना चाहिए।