केरल पुलिस ने कहा- पीएफआइ और आरएसएस नेताओं की हत्या सुनियोजित साजिश, वहीं खुफिया एजेंसियों ने दी टकराव की चेतावनी
केरल में राजनीतिक हत्याओं के पीछे गहरी साजिश है। केरल पुलिस ने रविवार को कहा कि ये हत्याएं सुनियोजित साजिश का नतीजा हैं। वहीं केरल की खुफिया एजेंसियों ने सरकार को इस साजिशों के प्रति सचेत किया है। पढ़ें यह रिपोर्ट...
पलक्कड़, पीटीआइ। केरल पुलिस ने रविवार को कहा कि पलक्कड़ जिले में पिछले कुछ दिनों में एक के बाद एक आरएसएस और पीएफआइ नेताओं की हुई हत्या सुनियोजित साजिश का नतीजा है। केरल की खुफिया एजेंसियों ने आरएसएस और पीएफआइ के बीच और टकराव होने की चेतावनी दी है। केरल भाजपा उपाध्यक्ष केएस राधाकृष्णन ने दावा किया है कि पुलिस में स्लीपिंग सेल है।
हत्याओं के पीछे साजिश
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) कार्यकर्ता एसके श्रीनिवासन की शनिवार को हुई हत्या के बाद पलक्कड़ पहुंचे एडीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) विजय सखारे ने कहा, 'दोनों हत्याओं के पीछे साजिश है। हम पता लगाएंगे कि इसके पीछे कौन है।'
हत्याओं को रोक पाना कठिन
एडीजीपी ने उन आरोपों को भी खारिज किया कि पुलिस शनिवार को आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या रोकने में नाकाम रही। पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) नेता सुबैर की शुक्रवार को हुई हत्या के बाद बदला लिए जाने की आशंका थी। सखारे ने कहा कि सुनियोजित हत्याओं को रोक पाना अत्यंत कठिन है। उन्होंने कहा कि यह नहीं कहा जा सकता है कि पीएफआइ नेता की हत्या राजनीतिक है लेकिन आरएसएस नेता की हत्या बदले की कार्रवाई है।
कार्रवाई नहीं हुई तो सांप्रदायिक रंग लेगी घटनाएं : खुफिया एजेंसियां
आइएएनएस के अनुसार, पीएफआइ और आरएसएस कार्यकर्ता की एक के बाद हुई हत्या से केरल में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई है। राज्य की खुफिया एजेंसियों ने सरकार को सचेत किया है कि यदि कठोर कार्रवाई नहीं की गई तो यह सांप्रदायिक रंग ले सकता है।
विपक्ष ने खोला मोर्चा
वहीं विपक्षी दलों ने राजनीतिक हत्याओं के लिए सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) को जिम्मेदार ठहराया है। विपक्षी दलों ने सरकार पर ऐसी घटनाओं पर लगाम लाने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा है कि राज्य में मौजूदा हालात देश के लिए खतरा है। दूसरी ओर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन का कहना है कि उनकी सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश जारी कर चुकी है।