करूर भगदड़ मामला: TVK नेता मथियाझगन गिरफ्तार, भाजपा ने गठित की जांच समिति
अभिनेता से नेता बने जोसफ विजय की पार्टी टीवीके ने मद्रास हाई कोर्ट में करूर भगदड़ मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। पार्टी ने सत्तारूढ़ द्रमुक और उसके कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया है। रैली में भगदड़ से कई लोगों की जान चली गई थी। मुख्यमंत्री स्टालिन ने अफवाहें फैलाने के खिलाफ चेतावनी दी है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अभिनेता से नेता बने जोसफ विजय की पार्टी तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) ने मद्रास हाई कोर्ट की मुदैरे बेंच में याचिका दायर कर करूर भगदड़ मामले की जांच पुलिस की बजाय सीबीआइ को सौंपने की मांग की है। साथ ही शनिवार को हुई घटना के लिए पूरी तरह से सत्तारूढ़ द्रमुक और उसके कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया है।
तमिलनाडु के करूर में अभिनेता-राजनेता विजय की रैली में मची भगदड़ में 41 लोगों की मौत के 48 घंटे बाद, पुलिस ने टीवीके करूर पश्चिम जिला सचिव मथियाझगन को गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें इस हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
पुलिस ने पहले उन पर हत्या के प्रयास, गैर इरादतन हत्या और जन सुरक्षा को खतरे में डालने के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया था। टीवीके के महासचिव बुस्सी आनंद और संयुक्त महासचिव निर्मल सेकर के खिलाफ भी मामले दर्ज किए गए हैं।
विजय की रैली के दौरान मची भगदड़ में 41 लोग मारे गए, जिनमें 18 महिलाएं और 10 बच्चे भी शामिल हैं। याचिका में आरोप लगाया कि शनिवार की हुई घटना के लिए सिर्फ और सिर्फ द्रमुक और इसके कार्यकर्ता जिम्मेदार हैं। टीवीके के वकील अरिवाजगन ने बताया कि हमने याचिका के साथ कई तस्वीरें और अन्य सुबूत लगाएं हैं जो यह साबित करने के लिए काफी हैं कि इस घटना के पीछे द्रमुक है।
इस मामले पर अब तीन अक्टूबर को सुनवाई होगी। टीवीके के प्रमुख विजय ने सोमवार को करूर भगदड़ के बाद अगले कदमों पर चर्चा करने के लिए वरिष्ठ नेताओं के साथ वीडियो कान्फ्रेंस भी की। इस बीच, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सोमवार को करूर में भगदड़ के संबंध में इंटरनेट मीडिया पर अफवाहें फैलाने के खिलाफ चेतावनी दी।
उन्होंने कहा कि सभी को जिम्मेदारी से व्यवहार करना चाहिए। उधर, तेलंगाना की पूर्व राज्यपाल डा. तमिलिसाई सुंदरराजन ने दावा किया है कि एक सदस्यीय जांच आयोग के निष्पक्ष होने की संभावना नहीं है, क्योंकि यह पुलिस की खुफिया विफलता और अन्य पहलुओं की जांच नहीं कर पाएगा। अन्नाद्रमुक से निष्कासित नेता वीके शशिकला ने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने की मांग की।
हादसे की जांच के लिए NDA सांसदों का प्रतिनिधिमंडल गठित
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राजग के सांसदों का एक आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल गठित किया है जो करूर में हुई भगदड़ की परिस्थितियों की जांच करेगा और एक रिपोर्ट सौंपेगा। मथुरा से भाजपा सांसद और अभिनेत्री हेमा मालिनी इस प्रतिनिधिमंडल की संयोजक बनाई गई हैं। इस दल में शिवसेना के श्रीकांत ¨शदे और तेदेपा के पुट्टा महेश कुमार के अलावा भाजपा के अनुराग ठाकुर, तेजस्वी सूर्या, पूर्व आइपीएस बृज लाल, अपराजिता सारंगी और रेखा शर्मा शामिल हैं।
'विजय ने जानबूझकर देरी की ताकि भीड़ बढ़े'
पीटीआई के अनुसार, टीवीके प्रमुख और अभिनेता विजय अपनी रैली में शामिल होने के लिए जानबूझकर देरी से पहुंचे ताकि लोगों की भीड़ और बढ़े। हालांकि एफआइआर में टीवीके प्रमुख का नाम नहीं लिया गया है। इसमें तीन पदाधिकारियों के नाम हैं। एफआइआर में कहा गया है कि आयोजकों ने विजय के आगमन में घंटों देरी की ताकि राजनीतिक ताकत का प्रदर्शन किया जा सके।
इससे सुबह से भूखे-प्यासे लोगों को अभिनेता को देखने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा और हालात बिगड़ गए। एफआइआर में कहा गया है कि विजय ने वेलुसम्यपुरम पहुंचने से पहले बिना अनुमति के रोड शो किए और उनकी गाड़ी वहां भीड़ के बीच रुक गई। यहीं नहीं, टीवीके के कार्यकर्ताओं ने अपने कैडरों को नियंत्रित नहीं किया और पुलिस की चेतावनियों की अनदेखी की।
लोगों को दुकानों के सामने टीन की चादरों और पेड़ की शाखाओं पर बैठने से नहीं रोका। चिकित्सा सुविधा का भी कोई इंतजाम नहीं था। पुलिस ने बताया कि विजय को करीब से देखने के लिए भीड़ के आगे बढ़ने के बाद भगदड़ मच गई।
विजय के चेन्नई निवास पर बम की धमकी
चेन्नई पुलिस को एक फोन काल मिली जिसमें दावा किया गया कि टीवीके के प्रमुख विजय के चेन्नई निवास पर बम रखा गया है। अधिकारियों ने बताया कि इस सूचना के बाद पुलिस कर्मी तुरंत मौके पर पहुंचे और बम निरोधक दस्ते को तैनात किया गया। सूत्रों के अनुसार, विशेषज्ञ वर्तमान में परिसर के अंदर और बाहर गहन जांच कर रहे हैं। विजय के निवास के बाहर भारी सुरक्षा तैनात है।
प्रभावितों के दुख को शब्दों में नहीं कह सकती- सीतारमण
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि उन्हें उन परिवारों के दुख को व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं मिल रहे हैं, जिन्होंने शनिवार को करूर भगदड़ में अपने प्रियजनों को खो दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे घटनाएं कहीं भी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सार्वजनिक सभाओं के लिए एक एसओपी बनाने का भी समर्थन किया, विशेष रूप से जब बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी इकट्ठा होते हैं। उन्होंने कहा कि यह एसओपी पूरे देश में लागू होनी चाहिए। केंद्रीय वित्त मंत्री ने सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री एल मुरुगन के साथ करूर के सरकारी मेडिकल कालेज अस्पताल का दौरा कर घायलों का हाल जाना। पीडि़तों से बातचीत की।
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