Karnataka: स्कूल में 9 साल की छात्रा को दी खड़े रहने की सजा, बेहोश होकर गिरी, अस्पताल में तोड़ा दम
बेंगलुरु में 9 साल की छात्रा बेहोश होकर गिर गई जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई। परिवार वालों ने स्कूल पर आरोप लगाते हुए कहा कि बच्ची के साथ मारपीट की गई थी जिसके बाद उसकी मौत हुई।

बैंगलोर (कर्नाटक), एएनआइ। बेंगलुरु में एक स्कूल की टीचर ने छात्रों को खड़े रहने की सजा सुनाई। इस दौरान 9 वर्षीय बच्ची को चक्कर आया और वो वहीं बेहोश होकर गिर गई। बच्ची को एमएस रमैया अस्पताल ले जाया गया जहां, उसकी मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, मामला गंगम्मागुडी इलाके का है। परिवार ने आरोप लगाया है कि उनके बच्चे को उसके स्कूल में मारा गया था। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
बच्ची के साथ हुई मारपीट, परिवार का आरोप
बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त विनायक पाटिल ने कहा कि "हमने सीआरपीसी 174 के तहत मामला दर्ज किया है। परिवार ने आरोप लगाया कि टीचर ने बच्ची के साथ मारपीट की जिसके बाद उसकी मौत हो गई। बच्ची जब बेहोश हुई तो उसे अस्पताल लाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया"।
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स्कूल ने की 4 लाख रुपये की पेशकश
मृतक लड़की की दादी ने दावा किया है कि स्कूल ने मुआवजे के रूप में परिवार को 4 लाख रुपये की पेशकश की है। मृत पीड़िता की दादी ने कहा कि स्कूल मुआवजे के रूप में 4 लाख रूपये देंगे, लेकिन हमें न्याय चाहिए न की पैसे"। बता दें कि मामले में आगे की जांच जारी है।
शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं
जब बच्ची बेहोश हुई तो उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया। इलाज के दौरान ही बच्ची की मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। रिपोर्ट में बच्ची के शरीर पर चोट का कोई भी निशान नहीं मिला है। पुलिस की टीम शनिवार को स्कूल पहुंची और टीचरों से पूछताछ की। इसके अलावा स्कूल के सीसीटीवी को भी खंगाला जा रहा है।
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