भारतीय नेवी व वैश्विक समुद्री सुरक्षाबलों के प्रयासों से कम हुए डकैती के मामले: गृहमंत्री
भारतीय नौसेना और वैश्विक समुद्री सुरक्षाबलों की वजह से दुनियाभर में चुनौती बनी समुद्री सुरक्षा पर काफी हद तक काबू पाया गया है ये कहना है गृहमंत्री राजनाथ सिंह का।
एएनआई, मुम्बई। भारतीय नौसेना और वैश्विक समुद्री सुरक्षाबलों की वजह से दुनियाभर में चुनौती बनी समुद्री सुरक्षा पर काफी हद तक काबू पाया गया है ये कहना है गृहमंत्री राजनाथ सिंह का।
मुंबई में आयोजित तीन दिवसीय समुद्री शिखर सम्मेलन 2016 के दूसरे दिन कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय नौसेना और वैश्विक नौसेना बिरादरी की वजह से ही सोमालिया तट के पास लगातार हो रही डकैती के मामले में काफी कमी आई है।
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां गुरुवार को पहले समुद्रीय भारत शिखर सम्मेलन (एमआईएस) का उद्घाटन किया। मोदी ने कहा कि भारत के पास एक गौरवशाली समुद्री विरासत है और अब सरकार का प्रयास वैश्विक समुद्री क्षेत्र में अपनी स्थिति को पुनजीर्वित व बहाल करना है। उन्होंने कहा, "समुद्री परिवहन परिवहन का सबसे व्यापक माध्यम बन सकता है। यह परिवहन का सबसे पर्यावरण अनुकूल माध्यम भी है।"
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मोदी ने कहा, "लेकिन हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारी जीवनशैली, परिवहन प्रणाली और व्यापार के तरीके से महासागरों की पारिस्थितिकी को नुकसान न हो।" प्रधानमंत्री ने समुद्री सुरक्षा, नौवहन की स्वतंत्रता, व्यापार के लिए समुद्री लिंक की सुरक्षा व हिफाजत, विकास एवं प्रगति के महत्व पर भी जोर दिया।
उन्होंने कहा, "समुद्री डकैती का खात्मा इस बात का बढ़िया उदाहरण है कि समुद्र वाले राष्ट्रों के संयुक्त प्रयासों से कैसे अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।"
इस तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन का उद्देश्य समुद्री क्षेत्र की अपार संभावनाओं की ओर वैश्विक निवेशकों का ध्यान आकर्षित करना है।
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