US कंपनियों पर ही गिर रही ट्रंप के टैरिफ की गाज! पेप्सी से मैकडॉनल्ड्स तक बहिष्कार?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ लगाए जाने के बाद भारत में अमेरिका विरोधी लहर दौड़ गई है। स्वामी रामदेव ने भारतीयों को अमेरिकी उत्पादों के बहिष्कार की सलाह दी है ताकि अमेरिका पर दबाव बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि भारत को नए अवसर तलाशने चाहिए और मैन्युफैक्चरिंग पर ध्यान देना चाहिए। रामदेव ने भारत रूस चीन को मिलकर नए वर्ल्ड ऑर्डर बनाने की बात कही है।

जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मनमानी टैरिफ नीति को लेकर भारत में अमेरिकी कंपनियों के खिलाफ नाराजगी बढ़ रही है। कोका-कोला, पेप्सी, सबवे, केएफसी, मैकडानल्ड्स जैसी अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनियों के समक्ष भारतीयों की 'स्वदेशी पहल' बड़ी चुनौती के तौर पर सामने आ रही है। इन कंपनियों के बहिष्कार का खतरा मंडरा रहा है।
ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने के साथ ही रूसी तेल खरीदने का बहाना बनाकर 25 प्रतिशत पैनाल्टी भी लगाई है। इस तरह भारत पर कुल 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया है। भारत ने ट्रंप के इस फैसले को अनुचित, अन्यायपूर्ण और अस्वीकार्य बताते हुए कहा कि भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा।
ट्रंप के इस मनमाने फैसले के बाद भारत में आक्रोश का माहौल है। लोगों ने अमेरिकी सामान को खरीदने से परहेज करना शुरू कर दिया है। भारत में अमेरिकी कंपनियों का बहिष्कार भारी नुकसान और गंभीर चुनौतियों का कारण बन सकता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने की स्वदेशी अपनाने की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगो से स्वदेशी अपनाने की अपील की है। उन्होंने कहा, भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए हर नागरिक को संकल्प लेना चाहिए कि हम वही वस्तुएं खरीदेंगे जिन्हें बनाने में किसी भारतीय ने पसीना बहाया है। हमें 'वोकल फार लोकल' का मंत्र अपनाना होगा। पीएम मोदी ने ट्रंप पर निशाना साधते हुए कहा कि दुनिया में 'आर्थिक स्वार्थ' की राजनीति चल रही है।
अमेरिकी उत्पादों का बहिष्कार करें- रामदेव
भारत पर लगाए गए टैरिफ के विरोध में योगगुरु रामदेव ने भारतीयों को सभी अमेरिकी उत्पादों का बहिष्कार करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा, पेप्सी, कोका-कोला, सबवे, केएफसी या मैकडानल्ड्स के काउंटरों पर एक भी भारतीय नहीं दिखना चाहिए। बहिष्कार इतना व्यापक होना चाहिए कि अमेरिका तक इसका असर हो। फ्रांस, ब्रिटेन और कनाडा जैसे देशों में अमेरिकी उत्पादों का पहले से ही बहिष्कार किया जा रहा है।
सांसद मित्तल ने ट्रंप को लिखा पत्र
आम आदमी पार्टी के सांसद अशोक कुमार मित्तल ने ट्रंप को खुला पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने 1905 के 'स्वदेशी आंदोलन' की याद दिलाई। सांसद ने कहा कि अगर 146 करोड़ भारतीय वही भावना लेकर अमेरिकी कंपनियों पर रणनीतिक रोक लगाएं, तो इसका असर अमेरिका पर भारत से कहीं ज्यादा होगा।
पेप्सिको के लिए दुनिया के शीर्ष 15 बाजारों में है भारत
भारत पेप्सिको के लिए दुनिया के शीर्ष 15 बाजारों में शामिल है। पेप्सिको ने पिछले तीन वर्षों में भारतीय बाजार में लगभग 3,500-4,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
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