Move to Jagran APP

TROPEX: 7516 किमी लंबी तटरेखा पर आज से सैन्य अभ्यास करेगा भारत, Indian Navy करेगी नेतृत्व

Indian Navy के अधिकारी कैप्टन सुनील मेनन ने कहा कि भारतीय तटरक्षक बल और गुजरात महाराष्ट्र गोवा और कर्नाटक की पुलिस के अलावा सीमा शुल्क विभाग केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल मत्स्य पालन विभाग बंदरगाह प्राधिकरण अन्य संबंधित राज्य और केंद्रीय एजेंसियां अभ्यास का हिस्सा होंगी।

By Shashank MishraEdited By: Published: Mon, 14 Nov 2022 10:57 PM (IST)Updated: Mon, 14 Nov 2022 10:57 PM (IST)
TROPEX: 7516 किमी लंबी तटरेखा पर आज से सैन्य अभ्यास करेगा भारत, Indian Navy करेगी नेतृत्व
समुद्री सुरक्षा को मजबूत करना है इसका मकसद

नई दिल्ली, पीटीआई। भारत अपनी 7516 किलोमीटर लंबी तटरेखा और विशेष आर्थिक क्षेत्र में मंगलवार से दो दिवसीय सैन्य अभ्यास 'सी विजिल 2022' शुरू करेगा। इसका मकसद किसी भी स्थिति से निपटने में विभिन्न एजेंसी की तैयारियों की जांच करना तथा समुद्री सुरक्षा को मजबूत करना है। भारतीय नौसेना के अधिकारी कैप्टन सुनील मेनन ने कहा कि भारतीय तटरक्षक बल और गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक की पुलिस के अलावा, सीमा शुल्क विभाग, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, मत्स्य पालन विभाग, बंदरगाह प्राधिकरण, अन्य संबंधित राज्य और केंद्रीय एजेंसियां अभ्यास का हिस्सा होंगी।

loksabha election banner

पहला अभ्यास जनवरी 2019 में हुआ था

अधिकारियों ने कहा कि मुंबई आतंकी हमलों के बाद समुद्री सुरक्षा बढ़ाने के लिए उठाए गए विभिन्न उपायों की मंजूरी के लिए इस तरह के अभ्यास के संबंध में 2018 में विचार किया गया था। यह इसका तीसरा संस्करण है। समुद्री निगरानी का पहला अभ्यास जनवरी 2019 में हुआ था।

Video: Indian Navy के New Ensign में Chhatrapati Shivaji महाराज के शासनकाल से संबंध जानते हैं आप?

यह अभ्यास प्रमुख 'थिएटर लेवल रेडीनेस आपरेशनल एक्सरसाइज' (ट्रोपेक्स) की तैयारी है, जिसे भारतीय नौसेना हर दो साल में आयोजित करती है। सी विजिल और ट्रोपेक्स एक साथ समुद्री सुरक्षा चुनौतियों से मुकाबला करेंगे। अधिकारी ने कहा, 'यह अभ्यास भारत की 7,516 किलोमीटर लंबी तटरेखा और विशेष आर्थिक क्षेत्र में किया जाएगा।'

ये भी पढ़ें: जापान दौरे पर भारतीय नौसेना प्रमुख, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और जापान के संयुक्त मालाबार अभ्यास में लेंगे भाग

नौसेना के शीर्ष कमांडर करेंगे समुद्री सुरक्षा की समीक्षा, हिंद महासागर में चीन के बढ़ते प्रभाव पर होगी चर्चा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.