अमेरिका पर भी 50 प्रतिशत टैरिफ लगाएगा भारत? ट्रंप के फैसले से भड़का विपक्ष; सरकार से कर दी ये मांग
अमेरिकी टैरिफ के विरोध में संसद में अभूतपूर्व एकजुटता दिखी जहाँ सभी दलों ने सरकार का समर्थन किया। कांग्रेस वामदल और क्षेत्रीय दलों ने ट्रंप की टैरिफ नीति की आलोचना की और सरकार से सख्त रुख अपनाने की मांग की। विपक्ष ने अमेरिकी नीतियों का विरोध किया और सरकार से उसी अंदाज में जवाब देने को कहा।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अमेरिका द्वारा भारतीय उत्पादों पर अचानक बढ़ाए गए टैरिफ के विरुद्ध गुरुवार को संसद के भीतर और बाहर सभी दलों के बीच अभूतपूर्व एकजुटता दिखी। सरकार को विपक्ष की ओर से भी पूरा समर्थन मिल रहा है। चाहे कांग्रेस हो, वामदल हों या क्षेत्रीय दल, सभी ने ट्रंप की टैरिफ नीति की आलोचना की और केंद्र सरकार से सख्त रुख अपनाने की मांग की।
विपक्षी सदस्यों ने संसद भवन परिसर में अमेरिकी नीतियों का विरोध किया और केंद्र सरकार से डोनाल्ड ट्रंप के अंदाज में भी जवाब देने की मांग की। कांग्रेस सांसदों ने तो यहां तक कह दिया कि भारत को भी अमेरिका पर टैरिफ बढ़ा देना चाहिए। सत्ता पक्ष ने कहा कि भारत न झुकेगा न रुकेगा। कोई आंख नहीं दिखा सकता है।
'अमेरिका पर भी लगे 50 फीसदी टैरिफ'
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद के बाहर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भारत न झुकेगा, न रुकेगा। अब कोई भी देश हमें आंख नहीं दिखा सकता है। अगर जरूरत पड़ी तो जवाब उसी सख्ती से दिया जाएगा। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ट्रंप की अनर्गल नीति को भारत के आत्मसम्मान से जोड़ा और कहा कि अमेरिका अगर भारत के उत्पादों पर टैरिफ बढ़ा सकता है तो भारत को भी उसी भाषा में 50 प्रतिशत टैरिफ बढ़ाकर जवाब देना चाहिए। यह सिर्फ व्यापार नहीं है।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि अमेरिका की टैरिफ नीति से हमारे किसानों, कारीगरों एवं छोटे उद्योगों को सीधा नुकसान होगा। केंद्र सरकार को तुरंत कड़े कदम उठाने चाहिए। सिर्फ बयानबाजी से काम नहीं चलेगा, ठोस कार्रवाई की जरूरत है। कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने भारत की विदेश नीति को कमजोर बताया, लेकिन कहा कि फिर भी हमें एकजुट होकर अमेरिकी नीति से मुकाबला करने की जरूरत है।
टैरिफ पर सरकार के साथ आया विपक्ष
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। भारत अपने हितों की रक्षा करने में सक्षम है। हालांकि गोयल ने यह भी कहा कि अमेरिका से बातचीत की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन कोई भी समझौता देश के आत्म सम्मान की कीमत पर नहीं होगा। भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा कि यह नया भारत है, जो अपनी शर्तों पर व्यापार करता है और जबाव देना भी जानता है। किसी की दादागिरी नहीं चलेगी। अमेरिका को एकतरफा नीति बदलनी होगी।
एनसीपी (पवार गुट) की सुप्रिया सुले ने कहा कि यह देश का मुद्दा है। किसी एक दल का नहीं, पूरे देश की प्रतिष्ठा का मामला है। हमें मिलकर अमेरिका को दिखाना होगा कि भारत एकजुट है। साथ ही भारत को वैकल्पिक बाजारों की ओर भी देखने की जरूरत है। भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा है कि यह युवा भारत है, जो कभी झुकता नहीं है। हम किसी देश से संबंध खराब करना नहीं चाहते, लेकिन किसान एवं डेयरी क्षेत्र के हितों को देखते हुए हमें दूसरे देशों से कारोबारी समझौता करना होगा।
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