Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    तुर्किये को भारी पड़ रहा पाकिस्तान का समर्थन, IIT बॉम्बे ने किया सभी समझौते रद करने का एलान

    By Agency Edited By: Sakshi Pandey
    Updated: Sun, 18 May 2025 03:23 PM (IST)

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान का साथ देना तुर्किए को काफी महंगा पड़ रहा है। कई भारतीय विश्वविद्यालयों ने तुर्किए के साथ समझौते तोड़ने शुरू कर दिया है और अब इस फेहरिस्त में IIT बॉम्बे का नाम भी जुड़ चुका है। IIT बॉम्बे ने तुर्किए के एक विश्वविद्यालय के साथ किया करार तोड़ दिया है। इससे पहले जेएनयू और एलपीयू ने भी तुर्किए के साथ MoU रद कर दिए थे।

    Hero Image
    IIT बॉम्बे ने तुर्किए की यूनिवर्सिटी के साथ सारे समझौते रद किए। फाइल फोटो

    मुंबई, पीटीआई। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान का समर्थन तुर्किए के लिए घाटे का सौदा साबित हो रहा है। भारत में एक के बाद एक तुर्किए के लिए कमाई के सारे अवसर बंद हो रहे हैं। एयरलाइंस से लेकर IIT तक तुर्किए की कंपनी और संस्थाओं के साथ किए गए समझौते रद किए जा रहे हैं। अब इस लिस्ट में IIT बॉम्बे (IIT Bombay Suspends MoU with Turkey) का नाम भी शामिल हो चुका है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    IIT बॉम्बे ने तुर्किए की एक यूनिवर्सिटी के साथ किए गए सारे समझौते रद कर दिए हैं। IIT बॉम्बे ने एक्स पर पोस्ट शेयर करके इसकी जानकारी दी है।

    यह भी पढ़ें- 'सबक ऐसा सिखाएंगे कि इनकी पीढ़ियां याद रखेंगी...', भारतीय सेना ने जारी किया ऑपरेशन सिंदूर का नया Video

    IIT बॉम्बे ने दी जानकारी

    IIT बॉम्बे ने एक्स पर लिखा कि, "वर्तमान में तुर्किए के साथ जो भूराजनीतिक परिस्थितियां बनी हैं, उन्हें देखते हुए IIT बॉम्बे ने तुर्किए के विश्वविद्यालय के साथ किए गए सारे समझौते रद कर दिए हैं। अगला आदेश आने तक यह फैसला लागू रहेगा।"

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद उठाया कदम

    बता दें कि IIT बॉम्बे ने तुर्किए की यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर फैकेल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम चलाया था। हालांकि ऑपरेशन सिंदूर के बाद तुर्किए ने खुलकर पाकिस्तान का साथ दिया, जिसके बाद भारत में तुर्किए के लिए व्यापार के रास्ते धीरे-धीरे बंद होने लगे हैं।

    अन्य विश्वविद्यालयों ने भी तोड़ा करार

    IIT बॉम्बे से पहले IIT रुड़की ने भी तु्र्किए से शैक्षणिक करार खत्म कर दिया था। इसके अलावा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू), जामिया मिलिया इस्लामिया और प्राइवेट विश्वविद्यालय लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) ने भी तुर्किए और अजरबैजान के विश्वविद्यालयों के साथ सभी समझौतों को रद कर दिया था।

    यह भी पढ़ें- भारत-पाक सीजफायर पर भारतीय सेना ने दिया अपडेट, बताया कब तक जारी रहेगा संघर्ष विराम