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    H-1B वीजा पर आ गई खुशखबरी, अमेरिका से बात कर रहा भारत; क्या मान जाएंगे ट्रंप?

    Updated: Fri, 26 Sep 2025 10:08 PM (IST)

    एच-1बी वीजा पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका के साथ बातचीत जारी है। प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि यह अभी भी एक विकसित स्थिति है और हम विभिन्न स्तरों पर बातचीत जारी रखेंगे। भारतीय पक्ष का मानना है कि कुशल पेशेवरों के अमेरिका जाने से दोनों देशों को फायदा होता है।

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    रणधीर जायसवाल ने कहा है कि H-1B वीजा को लेकर अमेरिका के साथ बातचीत जारी है (फोटो: रॉयटर्स)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। H-1B वीजा पर डोनाल्ड ट्रंप के फैसले के बाद से ही वहां काम करने वाले भारतीय पेशेवर पैनिक में हैं। लेकिन अब विदेश मंत्रालय के बयान के बाद से वे थोड़ी राहत की सांस ले सकते हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा है कि H-1B वीजा को लेकर अमेरिका के साथ बातचीत जारी है।

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    रणधीर जायसवाल ने कहा, 'यह कैसे आगे बढ़ेगा, यह अभी भी इवॉल्विंग स्थिति है। हम विभिन्न स्तरों पर बातचीत जारी रखेंगे।' जायसवाल ने कहा कि भारतीय पक्ष का मानना है कि कुशल पेशेवरों के अमेरिका जाने से दोनों देशों को फायदा होता है।। उन्होंने कहा कि हम उद्योग समेत सभी संबंधित पक्षों के साथ बातचीत जारी रखना चाहते हैं और हमें उम्मीद है कि इन बातों पर उचित ध्यान दिया जाएगा।

    'एक महीने का समय दिया गया है'

    दरअसल रणधीर जायसवाल साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में पत्रकारों के सवाल का जवाब दे रहे थे। जायसवाल ने कहा, 'हमने पहले भी कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच कुशल प्रतिभा की आवाजाही और आदान-प्रदान ने दोनों अर्थव्यवस्थाओं में इनोवेशन, वेल्थ क्रिएशन, इकोनॉमिक ग्रोख, प्रतिस्पर्धा और प्रोडक्टिविटी में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।'

    उन्होंने अमेरिकी अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग द्वारा जारी एक नोटिफिकेशन का जिक्र किया और कहा कि उद्योग समेत अन्य हितधारकों को अपनी राय देने के लिए एक महीने का समय दिया गया है। बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने H-1B वीजा होल्डर्स को अमेरिकियों की नौकरियां खाने का जरिया बताते हुए फीस बढ़ाकर 1 लाख डॉलर कर दिया है।

    इस फैसले के बाद से ही अमेरिका में काम करने वाले प्रवासियों में पैनिक फैल गया था। हालांकि बाद में अमेरिकी प्रशासन की तरफ से स्पष्ट किया गया कि यह फीस केवल एक बार ही ली जाएगी और यह केवल नए वीजा एप्लीकेशन पर लागू होगी। H-1B वीजा के सबसे बड़े लाभार्थी भारतीय ही हैं।

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