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    राजस्थान में गरबा पर सियासत तेज, BJP ने महिला और पुरुषों के अलग-अलग गरबे की मांग की

    Updated: Sun, 21 Sep 2025 09:12 PM (IST)

    राजस्थान में गरबा को लेकर राजनीतिक बहस जारी है। भीलवाड़ा में गरबा समिति द्वारा तिलक और आधार कार्ड अनिवार्य करने के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने महिला और पुरुषों के लिए अलग गरबा कार्यक्रम आयोजित करने का सुझाव दिया है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने भी इस नियम का समर्थन किया है उन्होंने कहा कि गरबा में नियम होने चाहिए जैसे खेलों में होते हैं।

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    महिला और पुरुषों के गरबे अलग-अलग होने चाहिए (फाइल)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नवरात्रि में गरबा को लेकर भी राजनीतिक बयान बाजी होने लगी है।राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के गरबा समिति द्वारा गरबा में सम्मिलित होने के लिए तिलक और आधार कार्ड को जरूरी करने के बाद में अब राजस्थान में सियासत का पारा गम होता जा रहा है ।

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    राजस्थान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने अब महिला और पुरुष का अलग गरबा करवाने की बात कही है । उन्होंने कहा कि बहनों का गरबा का कार्यक्रम अलग से होना चाहिए और पुरूषों का अलग से होना चाहिए । कई जगह सम्मिलित कार्यक्रम होते हैं लेकिन अवांछित लोग उस आ जाते हैं वे भावनात्मक रूप से इससे ना जुड़कर अन्य प्रयोजन से इसमें सम्मिलित होते हैं ,उन्हें रोकने का प्रयास होना चाहिए।

    वही प्रदेश के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे सही ठहराया है उन्होंने कहा कि जब खेल में ऐसे नियम हो सकते हैं तो गरबा में क्यों नहीं।

    उन्होंने नियम पर बोलते हुए कहा कि ऐसे नियम होने ही चाहिए । जब कबड्डी खेलने के लिए नियम होते हैं जिनके लिए यह सुनिश्चित किया गया है उन्हीं को इसमें जाना चाहिए। इसके बाद अब राजस्थान के कई जिलों में अलग-अलग कार्यक्रम को लेकर इस तरह की मांग उठ रही है।

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