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    बीजिंग पहुंचे विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कैलाश मानसरोवर और LAC समेत इन मुद्दों पर होगी बात

    भारत और चीन के बीच रिश्तों को पटरी पर लाने की कवायद जारी है। डेढ़ महीने के भीतर दूसरी बार दोनों देशों के मध्य हाई लेवल मीटिंग होने जा रही है। विदेश सचिव विक्रम मिसरी रविवार को चीन की राजधानी बीजिंग पहुंच चुके हैं। यहां वे चीन के अधिकारियों के साथ विभिन्न मुददों पर चर्चा करेंगे। मिसरी से पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने चीन की यात्रा की थी।

    By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Mon, 27 Jan 2025 12:21 AM (IST)
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    चीन पहुंचे विदेश सचिव विक्रम मिसरी । (क्रेडिट: ग्लोबल टाइम्स)

    पीटीआई, बीजिंग। विदेश सचिव विक्रम मिसरी दो दिवसीय यात्रा पर रविवार को बीजिंग पहुंचे। चीन दौरे पर मिसरी चीन के अधिकारियों के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) समेत विभिन्न द्विपक्षीय मामलों पर चर्चा करेंगे।

    करीब डेढ़ महीने के भीतर भारत-चीन के बीच यह दूसरी उच्चस्तरीय चर्चा होगी। पिछले महीने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल बीजिंग गए थे और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ विशेष प्रतिनिधि स्तर की चर्चा हुई थी।

    बीजिंग पहुंचने पर मिसरी ने सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के अंतरराष्ट्रीय विभाग के प्रमुख लियू जियानचाओ से मुलाकात की। इस विभाग की चीन की विदेश नीति के निर्धारण में बड़ी भूमिका है। सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स की खबर के अनुसार, दोनों पक्षों ने संवाद पर जोर देने, संबंधों के सुधार, साझा चिंता के अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर संवाद किया।

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    चीन ने यात्रा का किया स्वागत

    इससे पहले विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को बताया था कि भारतीय विदेश सचिव की चीन के उप-विदेश मंत्री के साथ भारत-चीन संबंधों के विभिन्न क्षेत्रों जैसे राजनीतिक, आर्थिक व जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर बातचीत होगी। शुक्रवार को चीन ने मिसरी की यात्रा का स्वागत किया।

    चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा, हम विदेश सचिव विक्रम मिसरी की चीन यात्रा का स्वागत करते हैं। माओ ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच अक्टूबर, 2024 में दोनों देशों के बीच संवाद जारी रखने को लेकर सहमति बनी थी।

    सहयोग पर हुए सहमत

    दोनों पक्षों ने संवाद जारी रखने के लिए कार्य किया है। चीनी और भारतीय विदेश और रक्षा मंत्री कई बार एक-दूसरे से मिले हैं। पिछले महीने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल बीजिंग गए थे और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ विशेष प्रतिनिधि स्तर की चर्चा हुई थी। माओ ने कहा कि बातचीत के दौरान दोनों पक्ष संवाद के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को फिर से शुरू करने पर सहमत हुए।

    कैलाश मानसरोवर यात्रा पर भी होगी बात

    डोभाल की यात्रा के बाद मिसरी बीजिंग की यात्रा करने वाले दूसरे उच्च स्तरीय भारतीय अधिकारी हैं। उम्मीद है कि मिसरी की यात्रा के दौरान दोनों देश पूर्वी लद्दाख में एलएसी के हालात समेत कई मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं। इनमें कैलाश मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करने के तरीके, द्विपक्षीय वीजा व्यवस्था को बेहतर बनाने, दोनों देशों के बीच सीधी उड़ान सेवाओं की फिर से शुरू करना शामिल है।

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