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    LoC पर पाकिस्तान के आतंकियों ने तीन बार की घुसपैठ की कोशिश, भारतीय सैनिकों ने सभी प्लान किए फेल

    Updated: Mon, 26 May 2025 04:18 AM (IST)

    सेना के एक वरिष्ठ कमांडर के अनुसार पाकिस्तान ने मई में जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार आतंकवादियों को भेजने के तीन नाकाम प्रयास किए। पाकिस्तानी सेना की मदद से घुसपैठियों के समूह एलओसी पार करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन सतर्क भारतीय सैनिकों ने उन्हें विफल कर दिया। ये प्रयास एलओसी पर पाकिस्तानी गोलाबारी के बीच हुए।

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    LoC पर पाकिस्तान के आतंकियों ने तीन बार की घुसपैठ की कोशिश। (फाइल फोटो)

    आईएएनएस, नई दिल्ली। सेना के एक वरिष्ठ कमांडर ने बताया कि पाकिस्तान ने छह से 10 मई के बीच जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार आतंकवादियों को भेजने के तीन असफल प्रयास किए थे।

    हर प्रयास में तीन से चार घुसपैठियों के समूह शामिल थे। पाकिस्तानी सेना इस साजिश में शामिल थी। सतर्क भारतीय सैनिकों ने सभी प्रयासों को विफल कर दिया। ये प्रयास एलओसी पर पाकिस्तान द्वारा की गई तीव्र गोलाबारी के बीच हुए थे।

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    इन जगहों से की गई घुसपैठ की कोशिश

    खास तौर पर टेरर मॉनिटरिंग ग्रुप (टीएमजी) क्षेत्र के पास, जहां रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण भारतीय सेना की चौकी 11,000 फीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित है। इस चौकी का मुख्य कार्य घुसपैठ को रोकना था, जिसने जवाबी कार्रवाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

    पाकिस्तानी सेना ने 25 अप्रैल को की थी गोलीबारी शुरू

    25 अप्रैल से पाकिस्तानी सेना ने इस क्षेत्र में छोटे हथियारों से गोलीबारी शुरू कर दी, जो सात मई तक भारी गोलाबारी में बदल गई। सिर्फ एक दिन में 100 से ज्यादा भारी गोले दागे गए। भारी गोलाबारी के बावजूद भारतीय पक्ष में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

    सेना के अधिकारियों ने इसका श्रेय बेहतर युद्ध तैयारियों, मजबूत बंकरों और सुरंगों सहित मजबूत बुनियादी ढांचे और उन्नत निगरानी और प्रौद्योगिकियों को दिया। भारतीय सेना ने सटीक हमलों के साथ जवाब दिया और कई पाकिस्तानी बंकर और लांच पैड नष्ट कर दिए। पाकिस्तानी गोलीबारी तर्कहीन थी और उसके बाद हमारी प्रतिक्रिया बेहद लक्षित और प्रभावी थी। इस चौकी ने ऑपरेशन सिंदूर में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

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