Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कश्मीर भारत का अविभाज्य अंग नहीं : फारूक अब्दुल्ला

    By kishor joshiEdited By:
    Updated: Thu, 17 Nov 2016 06:23 AM (IST)

    जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री फारूख अब्दुल्ला ने विवादित बयान देते हुए कहा है कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग नहीं है।

    राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष व जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ़ फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि कश्मीर न कभी भारत का अविभाज्य अंग था और न कभी होगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    फारूक नवाए सुब परिसर में नेकां कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मेरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोई जाति दुश्मनी नहीं है, लेकिन मैं उनके खिलाफ हूं क्योंकि मोदी और उनकी पार्टी अनुच्छेद 370 को समाप्त करना चाहती है ताकि कश्मीर का भारत के साथ पूर्ण विलय हो, लेकिन यह नेकां के रहने तक संभव नहीं है।

    पढ़ें- दुष्प्रचार के लिए जलाए जा रहे स्कूल, इस्तीफा दें महबूबा: फारूक अब्दुल्ला

    संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान का उल्लेख करते हुए फारूक ने कहा कि उन्होंने संविधान के खिलाफ बात की है, इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। संविधान के मुताबिक भारत एक ¨हदू राष्ट्र नहीं बल्कि एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है। अगर वह इसे ¨हदू राष्ट्र कहते हैं तो भारतीय संविधान के खिलाफ बोल रहे हैं और इसके लिए केंद्र को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।

    पैसे से नहीं दिल की आवाज से उठाए पत्थर

    नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष व जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि राज्य के युवकों को किसी ने पैसा नहीं दिया कि तुम नारे लगाओ, बंदूक उठाओ या पत्थर मारो। इन्हें पत्थर उठाने के लिए इनके दिल की आवाज ने मजबूर किया है। जो लोग यह सोचते हैं कि इम्तिहान शुरू होने और नोटबंदी से कश्मीर में पत्थरबाजी में कमी आई है और हालात सुधरने लगे हैं तो वे पागलों की दुनिया में रहते हैं। उन्हें इस दुनिया से बाहर आना चाहिए।

    उन्होंने कहा कि 500 और 1000 रुपये के नोट बंद होने के बाद कश्मीर में देश के अन्य भागों की तरह हाहाकार नहीं मचा है। यहां एटीएम पर लंबी-लंबी कतारें नजर नहीं आतीं। इससे साफ है कि कश्मीर में कालाधन नहीं है और ना ही वह धन है जिससे यहां आतंकवाद है।

    पढ़ें- फारुक अब्दुल्ला ने कहा मुझे सिर्फ रियासत को बचाना है